प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने जब से स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी संभाली, तब से अपवाद को छोड़कर व्यवस्थाएं काफी हद तक पटरी पर आ चुकी हैं। धनदा ही पहले ऐसे स्वास्थ्य मंत्री हैं जो स्वयं मरीजों का हाल जानने के लिए अस्पताल भी पहुंच जाते हैं। किसी भी जनपद का भ्रमण हो वह व्यवस्थाओं को जांचने का समय ज्यादातर अवसरों पर निकालते हैं। उनकी औचक निरीक्षण करने की कार्य प्रणाली व्यवस्थाओं को संवारने में अहम हो जाती है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों के बेड पर जब स्वयं स्वास्थ्य मंत्री हालचाल जानते हैं तो मरीजों का आधा दर्द तो उनके भरोसे से ही कम हो जाता है। इतना ही नहीं वह मरीजों के साथ उनके तीमारदारों की परेशानियों को भी कम करने का प्रयास करते हैं। और यही जज्बा उन्हें जन मानस के बीच में लोकप्रिय बनाता है।