असली जननेता वही, जो कमजोर तबके को भी सम्मान दे!

विकास की दौड़ व दावों के बीच अक्सर वो कमजोर तबका उपेक्षित होता रहा है जो अल्प मानदेय में सरकार की जन कल्याण की योजनाओं में सेवाएं देता है।
जिनकी आवाज हमेशा से ही नकारखाने की तूती ही बन कर रही है। लेकिन हाल में एक फैसला वर्षों से उपेक्षित कार्मिकों को बड़ा सम्मान लेकर आया है। और यह सब प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत की सकारात्मक सोच से ही संभव हो पाया है।

यह मसला श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में कार्यरत 368 कार्मिकों का है, जो वर्षों से अल्प मानदेय में सेवाएं देते हुए जैसे तैसे ही बसर कर रहे थे। बढ़ोतरी के नाम पर उनके हिस्से में नेताओं की ओर से मिला सिर्फ भरोसा ही आया। लेकिन अब उनकी वर्षों पुरानी मुराद पूरी हो गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत के निर्देश पर शासन ने उनकी वेतनवृद्धि का आदेश जारी कर दिया है। मानदेय बढ़ोत्तरी पर कार्मियों ने कैबिनेट मंत्री का आभार जताया और कहा कि सही मायनो में जनता का असली नायक भी वही होता है जो उपेक्षित और कमजोर समझे जाने वाले तबके की स्थितियों को समझते हुए उनके प्रति सम्मान का भाव रखे।
मेडिकल कॉलेज की स्थापना से लेकर अब तक अल्प वेतन में काम कर रहे कार्मियों ने इसका श्रेय प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत को दिया। कार्मिकों का कहना है कि वेतनवृद्धि को लेकर उनकी मांग को स्वास्थ्य मंत्री ने तवज्जो दी और वर्षों पुरानी समान कार्य-समान वेतन की मांग को अमलीजामा पहनाया।

बता दें कि राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल में स्थापना के समय से ही विभिन्न श्रेणी के शिक्षणेत्तर पदों पर तात्कालिक आवश्यकता के अनुसार संविदा, दैनिक एवं नियत वेतनमान के आधार पर तैनात कार्मिक अल्प मानदेय पर कार्य करते आ रहे थे। जबकि उन्हीं के समकक्ष उपनल के माध्यम से तैनात कार्मिक उनसे दुगने मानदेय पर कार्य कर रहे थे। जिसको लेकर मेडिकल कॉलेज के अल्प मानदेय प्राप्त कार्मिकों में शासन व कॉलेज प्रशासन के विरूद्ध काफी असंतोष व्याप्त था।

इस पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने असंतुष्ट कार्मिकों को आश्वस्त किया था कि उनके साथ न्याय होगा। विभागीय मंत्री की पहल पर कॉलेज प्रशासन द्वारा मानदेय वृद्धि का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। शासन द्वारा प्रस्ताव को कैबिनेट रखा गया, तथा राज्य कैबिनेट के द्वारा कार्मिकों की वर्षों पुरानी उपनल कार्मिकों के समान मानदेय दिये जाने की मांग पर मुहर लगा दी गई।
स्वास्थ्य मंत्री के प्रयासों पर कैबिनेट की स्वीकृति के उपरांत चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वर्षों से प्रशासनिक अधिकारी, नर्सिंग अधिकारी, लैब टेक्नीशियन सहित 368 विभिन्न श्रेणी के पदों पर संविदा, दैनिक व नियत वेतनमान पर तैनात कार्मिकों का वेतनमान उपनल कार्मिकों के समान बढ़ाने का शासनादेश जारी कर दिया। शासनादेश जारी होते ही मेडिकल कॉलेज के अल्प वेतनभोगी कार्मिकों ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुये आपस में मिठाईयां बांटकर खुशी जाहिर की।
मेडिकल कॉलेज एवं बेस अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी संदीप पंवार, हरेन्द्र राणा, अमित मलवाल, पंकज कांडपाल, पंकज रावत, विक्रम भंडारी, रणवीर नेगी, भास्कर भट्ट, मुकेश उनियाल, दीपक रावत आदि ने मानदेय बढ़ाये जाने पर स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हुये उनके श्रीनगर आगमन पर भव्य स्वागत करने की बात कही। कार्मिकों के हित में यह प्रयास निसंदेह ही सराहनीय है।

इस पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत, , ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2008 से ही 368 कार्मिक अल्प वेतनमान पर कार्य कर रहे थे। जो लम्बे समय से समान कार्य के लिये समान वेतन की मांग को लेकर संघर्षरत थे। राज्य सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से लेते हुये उनके मानदेय बढ़ोतरी का शासनादेश जारी कर दिया है। उम्मीद है कि अब सभी कार्मिक अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन और अधिक ईमानदारी व निष्ठा के साथ करेंगे।

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