उसे (कोविड 19) तो हारना ही था

जो निष्ठा अर समर्पण सबने देखा
आज के रण में
उसे (कोविड 19) तो हारना ही था
यकीनन तुम्हें तो जीतना ही था
खतरे में खुद के प्राण थे
अर परिजनों का भी
नहीं डिगे कदम
मौत का सामना करते हुए भी
यकीनन उसे तो हारना ही था
नहीं भुला पायेंगे तुम्हारा यह अहसान
मेरे अनुज अग्रजो
तुम डटे रहे हमंे बचाने को
खुद को झोंकते रहे अंगारों में
कभी हार न मानने वाले योद्धा की तरह
यकीनन उसे तो हारना ही था।
तुम्हें तो जीतना ही था
तुम्हारे संकल्प के आगे झुके
हौसला तोड़ने वाले
शाहदतें दे गए
खौफ जहर का रूख मोड़ने वाले
भरोसा सबको था तुम्हारे जुनून पर बेशक
उसे तो हारना ही था
यकीनन तुम्हें तो जीतना ही था।

About The Singori Times

View all posts by The Singori Times →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *