सिंगोरी न्यूजः जम्मू कश्मीर के बारामूला में पाक गोलाबारी में शहीद हुए बीएसएफ के शहीद सब इंस्पेक्टर राकेश डोभाल को आज नम आंखों से विदाई दी गई। शहीद की अंतिम यात्रा में आंखों में आंसू लिए जन सैलाब उमड़ा। बीएसएफ के जवानों ने पूर्णानंद घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनके पैतृक पूर्णानंद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। पूरे क्षेत्र में जब तक सूरज चांद रहेगा तब तक राकेश तेरा नाम रहेगा व जयकारे गूंजते रहे।
शहीद की अंतिम विदाई में पौड़ी से लेकर देहरादून तक पूरा प्रदेश रोया। शहीद की पुत्री दिव्या ने कहा कि वह बड़ी होकर फौज में भर्ती होकर पाकिस्तान को सबक सिखाएंगी। इस वर्षीय नन्हीं दिव्या ने जिस जोश से भारत माता की जय के नारे लगाए, उसने उसके साहस और शाहदत के गर्व को और बढ़ा दिया।
उनके घर से अंतिम यात्रा शुरु हुई पूरे मार्ग पर लोगों ने शहीद अंतिम यात्रा पर पुष्प वर्षा की।
राकेश मूल रूप से पौड़ी जिले के पौड़ी ब्लॉक के इडवालस्यूं पट्टी के कंडारी गांव के निवासी थे। और वर्तमान में उनका परिवार ऋषिकेश गंगानगर के गणेश विहार चार नंबर गली में रहता। जांबाज की शाहदत के सदमें में पौड़ी भी ठिठकी रही।