उत्तराखंड की सियासत में हाथ आजमाने जा रही आम आदमी पार्टी प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। आप के कार्यकर्ता लोगों को भ्रमित करने के लिए किसी भी हद तक गिरने लगे हैं। उनके साइबर योद्धा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के वीडियो फुटेज के साथ छेड़छाड़ कर उनकी छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं। हाल ही में आप कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का वीडियो वायरल किया। जिसमें वो कह रहे हैं कि बेरोजगारी का प्रतिशत -1 है। सिर्फ वह लोग बेरोजगार रह गए हैं जो दिव्यांग या बीमार हैं। इसी वीडियो में दिल्ली के मुख्यमंत्री को उत्तराखंड का हितैषी दिखाते हुए उनसे यह कहलवाया गया है कि बेरोजगारी उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या है और इसी की वजह से वहां का युवा बड़ी तादाद में पलायन कर रहे हैं। इस वीडियो फुटेज की जब पड़ताल की गई तो आप का कारनामा सामने आया। दरअसल, मुख्यमंत्री का जो बयान इस वीडियो में दिखाया गया है वो उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान थाईलैंड को लेकर दिया था। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुछ महीनों पहले वे थाईलैंड गए थे जहां उन्हें बताया गया कि वहां की बेरोजगारी दर -1 प्रतिशत है। सिर्फ वही लोग बेरोजगार हैं जो दिव्यांग और बीमार हैं। थाईलैंड में ऐसा इसलिए है क्यूंकि वहां के सब लोग यह सोचते हैं उन्हें अपना काम करना है। उन्होंने इसी सिलसिले में उत्तराखंड का जिक्र करते हुए कहा कि हमें भी इस सोच को आत्मसात करते हुए आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनना होगा। इस वीडियो को कांटछांट और एडिट करके आम आदमी पार्टी ने इस तरह तैयार किया कि मानो मुख्यमंत्री यह कह रहे हैं कि उत्तराखंड में बेरोजगारी दर -1 प्रतिशत है। यह वही आम आदमी पार्टी है जो सत्ता हथियाने के लिए अवसरवाद की सियासत करती है। जिसका इतिहास रंग में भंग करने की राजनीति का रहा है। पहले गोआ और फिर पंजाब में भी आप ने जनता को गुमराह कर विधानसभा चुनाव लड़े। वहां चुनाव में मुँह की खाने के बाद अपने संगठन की मजबूती और जनसरोकारों के लिए संघर्ष के कोई प्रयास नहीं किये। सिर्फ सोशल मीडिया में हथकंडे अपनाकर सत्त्ता हथियाने की फिराक में रहती है।