सिंगोरी न्यूजः सूबे में सेब उत्पादकों की तकदीर अब बदलने वाली है। यहां विपणन व्यवस्था को मजबूत किया जायेगा। जिससे उत्पादकों की आय तिगुनी हो जायेगी। यह बात प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड सेब उत्पादन एवं विपणन सहकारी संघ की प्रथम बैठक में कही।
विधानसभा स्थित सभागार में आयोजित बैठक में सहकारिता मंत्री डाॅ. रावत ने कहा कि पूर्व में सेब उत्पादकों के लिए कोई निश्चित प्लेटफार्म न होने के कारण बागवानों को सेब के उचित दाम नहीं मिल पाते थे। विपणन प्रणाली से हर्षिल क्षेत्र में बागवानों से सीधे 9 करोड़ के सेब का क्रय किये। जिसमें किसानों को ए ग्रेड सेब का दाम 54 रूपये प्रति किलो बगीचे में ही दिया गया। उन्होंने कहा कि फेडरेशन का उद्देश्य होना चाहिए कि एक वर्ष के भीतर उत्तराखंड सेब उत्पादक राज्यों के श्रेणी में दूसरे स्थान पर आ सके।
वर्तमान में राज्य में 13 हजार सेब उत्पादक है भविष्य में इनकी संख्या 20 हजार किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। संघ के अध्यक्ष जगत सिंह चैहान ने कहा कि जो काम राज्य गठन के दौरान हो जाना चाहिए था वह आज दो दशक बाद हुआ है। जिसका पूर्ण श्रेय सहकारिता मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत को जाता है। बैठक में उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, निबंधक सहकारिता बी.एम. मिश्रा, अपर निबंधक ईरा उप्रेती, आनंद शुक्ला, उत्तराखंड सेब उत्पादन एवं विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष जगत सिंह चैहान, उपाध्यक्ष अमृत सिंह नागर, सचिव विपिन पैन्युली, ए.आर. काॅपरेटिव देहरादून राजेश चैहान, सुमन कुमार, फेडरेशन सदस्य डी.एस. पंवार, गोविंद सिंह, जयेंद्र सिंह पंवार, प्रताप सिंह रावत, रघुवर दत्त जोशी, राकेश भंडारी, अमर सिंह नेगी सहित कई अधिकारी एवं संघ पदाधिकारी मौजूद रहे।