पीडब्ल्यूडी, पेयजल व सिंचाई विभाग को डीएम ने लगाई फटकार

सिंगोरी न्यूज़ जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार, पौड़ी में जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजना एवं बीस सूत्री कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रमों के अन्तर्गत कम प्रगति करने वाले विभागों को गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्यों में प्रगति लाते हुए शीघ्र धनराशि व्यय करने के निर्देश दिये। वहीं टास्कफोर्स के अन्तर्गत नियमित रूप से निरीक्षण करते हुए कार्यों में प्रगति लाने को कहा। उन्होंने सभी विभागों को नियमित रूप से मण्डल स्तर पर भी तुलनात्मक आधार पर कार्य करने के निर्देश दिये। जिससे कि विकास के कार्यों में प्रगति लाई जा सके। उन्होने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक सप्ताह के भीतर आबंटित धनराशि खर्च कर सही सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। दिये गये निर्देशों को गम्भीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे। लापरवाही की दशा में कार्यवाही अमल पर लायी जायेगी। कहा कि योजनाओं की प्लान बनाते समय उन योजनाओं प्राथमिकता दे जिनके कार्य प्रगति 70 प्रतिशत से अधिक हुए हो। कहा कि अगर गत वर्ष की पुरानी योजनाएं लंबित है तो कोशिश करें पूर्ण करने हेतु प्लानिंग बनाकर स्वीकृति प्राप्त करें। ताकि जनमानस को समय पर योजना का लाभ मिल सकें। जिलाधिकारी ने विधायक निधि में गत वर्ष के अवशेष धनराशि पर पंचायती राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, पेयजल निगम अधिकारी से तथा केंद्र पोषित योजनाओं में कम व्यय करने पर वन विभाग, पीएमजीएसवाई, चिकित्सा, प्राथमिक शिक्षा, उद्यान, पंचायती राज एवं स्वजल के अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया। लोनिवि तथा पीएमजीएसवाई की अलग से समीक्षा करने के निर्देश दिये। जबकि जिला विकास अधिकारी को निर्र्देिशत किया कि विधायक/सासंद निधि की संबंधित अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने विभागवार समीक्षा करते हुए सिचाई, पीडब्ल्यूडी, पेयजल निगम के कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अगली बैठक में सभी विभाग अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं की सूची बना कर प्रस्तुत करें। अधिकारियों को निर्देशित किया कि आबंटित धनराशि शेष नही रहनी चाहिए। कहा कि साथ ही व्यय की गई धनराशि का विवरण भी उपलब्ध करायें। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी विभाग 15 मार्च, 2021 तक आवंटित की गई धनराशि को व्यय करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विधान सभावार कार्यो के कितने प्रस्ताव मिले हैं, कितने निर्माणाधीन हैं और कितनों पर कार्य पूर्ण हो चुका है, की सूची बनाकर प्रस्तुत करें। साथ योजनाओं की प्रगति को लेकर उन्होने कहा कि आने वाले समय में जो योजनाएं स्वीकृत होती है उनकी टेंडर प्रक्रिया शीघ्र करा लें और जैसे ही धनराशि आवांटित होती है कार्य प्रारंभ करना सुनिश्चित करें। जिससे समय पर योजना पूर्ण होने से लोगो को लाभ मिल सकें।
बैठक में अवगत कराया गया कि जनपद में जिला योजना के तहत अनुमोदित परिव्यय 7986.00 लाख के सापेक्ष जिलाधिकारी के निर्वतन में धनराशि 7986.00 लाख प्राप्त हुआ, जिसमें से विभागों को 7875.97 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई, जिसके सापेक्ष 7056.40 लाख व्यय हो चुका है। वहीं राज्य सेक्टर में अवमुक्त धनराशि 24970.77 लाख के सापेक्ष 18490.98 लाख व्यय, केन्द्र पोषित में अवमुक्त 42256.00 धनराशि के सापेक्ष 34982.24 लाख व्यय तथा बाह्य सहायतित योजना मंे अवमुक्त 199.19 लाख धनराशि के सापेक्ष 151.64 व्यय हो चुका है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, डीएफओ गढ़वाल के.एस. रावत, पी.डी. डीआरडीए संजीव कुमार राय, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, अर्थ एवं संख्याधिकारी संजय शर्मा, सीएमओ डाॅ. मनोज शर्मा, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, मुख्य उद्यान अधिकारी डाॅ. नरेन्द्र कुमार, डीपीआरओ एम.एम.खान, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र कोटद्वार मृत्युजंय सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला पूर्ति अधिकारी के.एस. कोहली, जिला मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, अधि.अभि. लोनिवि अरूण कुमार पाण्डे, अधि.अभि. जल संस्थान एस.के. राय, अधि.अभि. लघु सिंचाई राजीव रंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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