देहरादून, प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे से आज एक अच्छी खबर आई है। एम आर आई जैसी जटिल जांचों के लिए अब मरीजों को अन्यत्र नहीं भटकना पड़ेगा। राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कालेजों में एमआरआई एवं सिटी स्कैन मशीनें स्थापित की जाएंगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
अमूमन देखा गया है कि एमआरआई जैसी जटिल जांच की सुविधा चुनिंदा अस्पतालों में ही अब तक संभव हो पाई है। इससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खास तौर पर पहाड़ी इलाकों में यही दिक्कत है और भी परेशान करने वाले होती है। लेकिन अब नहीं व्यवस्थाओं में मरीजों को एमआरआई कराने के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राज्य के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एमआरआई मशीनें एवं जिला अस्पतालों में आवश्यकतानुसार सिटी स्कैन मशीनें स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जिसमें राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी तथा रुद्रपुर में एमआरआई मशीन एवं जिला अस्पताल चंपावत, उप जिला अस्पताल रानीखेत व ऋषिकेश में सिटी स्कैन मशीनें स्थापित की जाएगी। डॉ रावत ने अधिकारियों को कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए समय रहते सभी तैयारियां पूरी करने को कहा। राज्य में कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाने एवं बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की राज्य की सीमाओं पर टेस्टिंग को अनिवार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दीये। डॉ रावत ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत नर्सों के लगभग 2600 रिक्त पदों को वर्षवार मेरिट के आधार पर भरने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने राज्य के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत विभिन्न श्रेणी के संविदा एवं आउटसोर्स कार्मिकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान की कार्रवाई करने को भी कहा।
बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा सी. रवि शंकर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ तृप्ति बहुगुणा, उप निदेशक डॉ एम. के. पंत, डॉ मनोज शर्मा, महेंद्र भंडारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।