बड़े विजन का लक्ष्य हालांकि शुरूआती दौर में सिफर सा लगता है। लेकिन जब उसके परिणाम आते हैं तो वह बता देते हैं कि तब उस सोच और प्रयासों का स्तर क्या रहा होगा। आज श्रीनगर विधान सभा से जो खबर आई है वह बहुत अच्छी तो है ही जन कल्याण में एक बड़े लक्ष्य को हासिल करने की महातैयारी भी है।
यहां सिद्धपीठ धारी देवी के पास धारी वन लगाने की आज शुरूआत हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और क्षेत्र के विधायक व प्रदेश के शिक्षा, स्वास्थ्य, उच्चशिक्षा सहकारिता मंत्री डा धन सिंह रावत ने इस महातैयारी के शुभारंभ स्वरूप पहले पौधे का रोपण किया। जो निकट भविष्य में धारी वन के रूप में सबके सामने होगा।
माँ धारी देवी मंदिर के समीप “धारी वन” का उद्द्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ। इस समारोह में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने पहला पौंधा रोपित कर ‘धारी वन’ का उद्घाटन किया। आज कुल 200 से अधिक वृक्ष रोपित किए गए। पूर्व सीएम ने कहा कि माँ धारी देवी का आँचल लाल रंग के फूलों से आच्छादित रहे इसको लेकर ‘धारी वन’ की कल्पना की गई। उन्होंने कहा की यह हमारा संकल्प था जिसे माँ के आशीर्वाद के चलते शुरु किया गया। पूर्व सीएम और कैबिनेट मंत्री ने माँ धारी देवी में पूजा अर्चना की। उसके बाद मिशन ‘धारी वन-गांव का जंगल, गांव के लिए’ सभी लोग निकल पड़े।
इस कार्यक्रम में संकल्पतरु फाउंडेशन के संस्थापक श्री अपूर्व भंडारी ने बताया कि ये धारी वन अलकनंदा नदी के तटबंध को संरक्षित करने के लिए कारगर साबित होगा। “धारी वन” के अंतर्गत संस्था द्वारा 5000 से अधिक छायादार, फलदार और चारापत्ती जैवविविध पेड़ लगाए जायेंगे,जिनका संस्था द्वारा अगले 5 वर्षों तक संरक्षित किया जायेगा। धारी वन से ना ही सिर्फ इस क्षेत्र की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि इस भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में भूमि संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
इस अवसर पर एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. एम.पी.एस. बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष पौड़ी गढ़वाल श्रीमती शांति देवी ,संकल्पतरु फाउंडेशन के डायरेक्टर श्री आलोक भंडारी, अभिषेक कुमार, और अन्य स्थानीय वुद्धिजीवी और पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।