सिंगोरी न्यूजः मकरैण मेला समिति पैडुलस्यू के प्रयासों से राष्ट्रीय युवा दिवस व स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर जो कार्यक्रम आयोजित हुए वह कई मायनों में खास रहे। यूथ फॉर यूनिटी मैराथन दौड़ मंे युवाओं ने दमखम दिखाया। तो मातृशक्ति भी कहां पीछे रहने वाली थी। रस्साकस्सी प्रतियोगिता में ताकत का वह नायाब प्रदर्शन हुआ कि बेटी बचाओ के सही मायने परसुंडाखाल के मैदान में ओर से पोर तक झलकने लगे। प्रतिद्वंदी टीमों के कप्तानों ने खेल के नियमों का अनुपालन करते हुए अपनी टीम को मैदान में उतारा। अनुभवी टीम कप्तानों ने आपस में हाथ मिलाए तो पूरा पैडुलस्यूं की घाटी तालियों से गूंज उठे। वो खेत खलियान और जंगल गूंज उठे जो इन महिलाओं की दिनचर्या के अहम हिस्से हैं।
टीमें जीती भी और हारी भी। लेकिन सही मायनों में इस स्पद्र्धा में हर खिलाड़ी जीता है। हारा कोई नहीं है। खिलाड़ियों के साथ वह पूरी मातृशक्ति विजय का अनुभव कर रही है जो अपनी टीमों की हौसला बढ़ाने को अपने कामकाज छोड़ कर आई।
परसुंडाखाल में आयोजित मकरैण मेले के तहत आयोजित रन फार यूनिटी मैराथन बालक वर्ग में रैदुल के राजीव सिंह पहले, खाल्यूं के प्रद्युमन कुमार दूसरे व रैदुल के राहुल तीसरे स्थान पर रहे। बालिका वर्ग में कंडारा की आरती कठैत ने पहला, तुंदेड़ गांव की मनीषा ने दूसरा व रछुली की अंबिका रावत ने तीसरा स्थान पाया। इसके बाद मेले में महिला रस्सा-कस्सी का आयोजन किया गया। जिसमें रटुली ए टीम ने पहला, रछुली बी टीम ने दूसरा, डुंगरी ए ने तीसरा व कांडई मल्ली ने चैथा स्थान पाया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व्यापार समिति अध्यक्ष योगंबर सिंह नेगी, उत्तम नेगी व राजेंद्र तोपाल ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं की पहल पर करीब दस वर्ष बाद मकरैण मेला आयोजित हो रहा है। इसके लिए युवा पीढ़ी बधाई की पात्र है। रस्साकस्सी में महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। ग्रामीण अंचल की महिलाएं आगे आ रही हैं। इस मौके पर मकरैण मेला समिति पैडुलस्यूं के अध्यक्ष कुलदीप रावत, सचिव प्रशांत रावत, कोषाध्यक्ष कुलदीप गुसांई आदि ने सभी लोगों ने मकरैंण मेले की सफलता में सहयोग की अपील की।