सिंगोरी न्यूजः पुरानी पेंशन की माँग करते हुए प्रदेश स्तर पर संयुक्त मोर्चा की महिला विंग ने पति की लंबी उम्र के साथ साथ पुरानी पेंशन की बहाली के लिए भी मेहंदी से हथेली सजाई। कार्मिक महिलाओं का कहना है कि बाजार आधारित नई पेंशन व्यवस्था में प्राप्त पेंशन बिजली पानी का बिल भरने लायक भी नही हैं इसीलिए लगातार राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सभी कार्मिक सन्गठन एक जुट हो रहे हैं । जहां एक ओर लंबे समय से महिलाओं के सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे कार्यक्रमो से महिलाओं को मजबूत बनाने की बात सरकारे कर रही हैं वही अपने अधीनस्थ महिला कार्मिकों को ही इस नई पेंशन व्यवस्था के अंधे कुएं में झोंक जा रहा है। प्रदेश महिला उपाध्यक्ष योगिता तिवारी ने कहा कि लगातार सरकार से पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग की जा रही है। आंदोलन भी अनुनय विनय के दौर में है लेकिन यदि मांग पर सकारात्मक परिणाम परिलक्षित नही हुए तो शीघ्र पुरानी पेंशन बहाली की मांग की लड़ाई सड़को पर लड़ी जाएगी।
अवंतिका पोखरियाल ने कहा कि आज के दौर को देखते हुए मात्र 1000 मासिक की पेंशन में गुजारा करना हर कार्मिक के लिए असम्भव है। इसीलिए सरकार पुरानी पेंशन लागू कर वर्षो तक सेवा करने वाले कार्मिकों को न्याय दिलाये। कुमाउं मण्डल उपाध्यक्ष रेनु डांगला ने कहा कि अभी भी अधिक देर नही हुई है सभी कार्मिक पुरानी पेंशन को लेकर गंभीर हैं। कुमाउं से रेनु डांगला, डॉ सुमन पांडे, उषा धपोला, ज्योति पालनी, मेनका वर्मा साह एवं गढ़वाल से कविता कोटनाला, योगिता तिवारी, अवंतिका,बीना,रश्मि,नीशा,रुचि,सीमा,उषा,आरती,पिर्यान्का, शालिनी,तेजवीनी,कुशुम तड़ियाल, सरस्वती बोरा,आदि महिला कार्मिकों ने कार्यक्रम का संचालन किया।