गढ़वाली साहित्य का ब्वाडा

सिंगोरी न्यूजः गढ़वाली साहित्य में आज की किताब मेरो ब्वाडा है। इसके लेखक पूरन पंत पथिक जी हैं। पथिक उनका उपनाम है। यह एक कविता संग्रह हैं। पथिक जी हास्य को प्रमुखता देते रहे है। उनकी चर्चित रचनाओं में कुछ प्रतिनिधि रचनाओं अपण ब्वे का मैस, फुन्द्या, ससोड़ ले दारु ,पेल ले दारु, उत्तराखंड मां निपल्टो, धरमधाद आदि शामिल हैं।

आज की किताबः मेरा ब्वाडा
लेखकः पूरन पंत पथिक
प्रकाशन वर्ष 1989, गढ़वाली साहित्य परिषद कानपुर
स्वरूपः कविता संग्रह

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