210 किमी लम्बे दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर खर्च होंगे 13 हजार करोड़
छह लेन का होगा एक्सप्रेस-वे, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से मिली स्वीकृति
देहरादून। आने वाले दो साल में दिल्ली से देहरादून का सफर मात्र ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा। इसके लिए श्दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वेश् का निर्माण किया जा रहा है। 210 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 13 हजार करोड़ रुपये का बजट खर्च होगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इस प्रोजेक्ट के शुरुआती चरणों को वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे दिल्ली से देहरादून के बीच मौजूदा चार लेन हाईवे से अलग बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को दिल्ली के ईस्टर्न पेरिफरल से शुरू कर देहारदून तक जोड़ा जाएगा। पहले चरण में अक्षरधाम से ईस्टर्न टोल तक करीब 32 किमी का एक्सप्रेस-वे तैयार किया जाना है। इसे लेकर सभी तकनीकी काम हो चुके हैं और टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दूसरे चरण में बागपत से सहारनपुर और तीसरे चरण में सहारनपुर (गणेशपुर) से देहरादून का एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। दरअसल, इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उत्तर प्रदेश के गणेशपुर से लेकर देहरादून के बीच करीब 20 किलोमीटर के हिस्से में भारतीय वन्यजीव बोर्ड की सहमति की जरूरत थी। यह हिस्सा राजाजी टाईगर रिजर्व पार्क और शिवालिक एलिफेंट रिजर्व पार्क का है। अब भारतीय वन्यजीव बोर्ड ने पेड़ों को न्यूनतम नुकसान के आधार पर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार इस एक्सप्रेस-वे को दिल्ली और देहरादून के बीच सुगम व सुरक्षित सफर के लिहाज से महत्वपूर्ण मान रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आगामी 2022 तक श्नया भारत निर्माणश् का आह्वान किया है और देशभर में विश्व स्तरीय ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने को प्राथमिकता दी जा रही है। इसी के तहत दिल्ली से देहरादून तक छह लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के बनने से उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी।