सिंगोरी न्यूजः खिर्सू ब्लाक की सिंगोरी ग्राम पंचायत के ओखल्यूं में गुलदार की दहशत से ग्रामीणों को निजात नहीं मिल पाई है। क्षेत्र के खौफजदा ग्रामीणों ने आज जिला कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि जल्द की ओखल्यूं में गुलदार को आदमखोर घोषित कर वहां शिकारी दल तैनात नहीं किए गए तो ग्रामीण उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जायेंगे।
बता दें कि यहां कुछ दिन पूर्व एक 15 वर्षीय किशोर को गुलदार ने निवाला बना दिया था। तब से यहां दहशत के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई है। औपचारितकता के नाम पर वन विभाग ने वहां पिंजरे लगाए हैं लेकिन फिलहाल कोई ऐसा रिस्पांस नहीं आया जिससे ग्रामीणों के भीतर उपज खौफ कम हो सके। खेतीबाड़ी के कामकाज से लेकर लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
गौरतलब है कि बीते एक अक्टूबर को ओखल्यूं गांव में 15वर्षीय किशोर पंकज को गुलदार ने निवाला बनाया। यह घटनाक्रम तब हुआ जब पंकज अपने मवेशियों को चराने के लिए घर के पास में ही गया था। उसके साथ अन्य तीन किशोर और भी थे। इसके बावजूद भी गुलदार ने उसे अपने खूंजी पंजों की चपेट में ले लिया। साफ है कि वह आदमखोर है। और फिर वह किसी वारदात को अंजाम दे सकता है। ग्रामीणों ने शिकारी दल तैनाती की मंाग को लेकर जमकर नारेबाजी भी की और प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर क्षेत्र सामाजिक कार्यकर्ता सुमन नेगी ने कहा कि ओखल्यूं के साथ ही आसपास के गावों के ग्रामीणों की दहशत के कारण दिनचर्या प्रभावित हो गई है। लोगों को खेतीबाड़ी के काम के लिए भी घरों से निकलना दूभर हो गया है। वन विभाग ने पिंजरा लगाकर सिर्फ खानापूर्ति की है। ग्रामीणों का जीवन बचाने के लिए उनके पास सिर्फ सड़कों पर उतरने का ही विकल्प बचा है। राज्य आंदोलनकारी वीरा भंडारी ने कहा कि ग्रामीणों की मांग नहीं मानी गई तो वह सड़कों पर उतरेंगे। इस मौके पर सिंगोरी की पंचायत प्रधान सरोजनी देवी, सोबन सिंह समेत बड़ी तादाद स्थानीय ग्रामीण और मातृशक्ति मौजूद रही।