पीएम मोदी व सीएम त्रिवेन्द्र की लाजवाब कैमेस्ट्री

देहरादून। उत्तराखण्ड के एक स्टार्टअप का देश के टॉप फाइव स्टार्टअप में शामिल होना राज्य के लिए गर्व की बात है। उत्तराखण्ड के लोगों ने तमाम क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का सफल प्रदर्शन कर साबित किया है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी की अगुवाई में ठेठ पहाड़ी यह राज्य केन्द्र सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘विजन और रोडमैप’ के साथ पूरे सामंजस्य से कदमताल कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि 2022 तक देश के प्रत्येक नागरिक के पास रहने के लिए अपना घर हो। लेकिन वर्तमान में भवन निर्माण की प्रचलित तकनीक को देखते हुए इतने बड़े सपने को साकार करना आसान नहीं है। यह जानते हुए ‘मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेसर्य’ ने ‘ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज’ आयोजित किया। इस प्रतियोगिता में देशभर के 80 स्टार्टअप ने भाग लेकर बताया कि कैसे नवीन तकनीक से सस्ते, आरामदायक और लचीले घर बनाए जा सकते हैं। उत्तराखण्ड से भी ‘गो हेम्प एग्रोवेंचर्स स्टार्टअप’ ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और उसका मॉडल टॉप फाइव में शामिल हो गया। ‘गो हेम्प एग्रोवेंचर्स स्टार्टअप’ की प्रतिनिधि नम्रता कंडवाल ने प्रजंटेशन में बताया कि उत्तराखण्ड प्रदेश में हेम्प की फसल के वेस्ट से भवन निर्माण सामग्री तैयार कर सस्ते व सुलभ मकान बनाए जा सकते हैं। हेम्प की लकड़ी, चूने एवं विभिन्न मिनरल्स के मिश्रण से बिल्डिंग इंसुलेशन मटीरियल तैयार किया जाता है। यह इनोवेटिव मटीरियल हल्का है। कमरे को गर्मी में ठंडा एवं ठंड में गरम रखता है। इतना ही नहीं चूने के उपयोग के कारण यह अग्निरोधक, एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीफंगल भी है। ‘गो हेम्प एग्रोवेंचर्स स्टार्टअप’ के कॉसेप्ट को मान्यता मिलने से साफ हो गया है कि हैम्प (भांग) की खेती काश्तकारों के लिए वरदान साबित हो सकती है। भांग की खेती को लेकर जिस नीति के साथ त्रिवेन्द्र सरकार आगे बढ़ रही है उसे अब केन्द्र से एक मजबूत आधार मिला है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि केन्द्र और उत्तराखण्ड सरकार के विजन और रोडमैप में दिलचस्प सामंजस्य देखने को मिला है। सीएम त्रिवेन्द्र के विजन को केन्द्र से सराहना मिलती रही है और केन्द्र की योजनाओं को उत्तराखण्ड में पारदर्शिता के साथ धरातल में उतारा जा रहा है। इससे पहले उत्तराखण्ड सरकार को खाद्यान्न उत्पादन में कृषि कर्मण प्रशंसा पुरस्कार प्राप्त हुआ। भारत नवाचार सूचकांक-2019 में उत्तराखंड सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में शामिल हुआ। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड को एक नहीं सात पुरुस्कार मिले। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान’ में प्रदेश के ऊधमसिंह नगर जिले को देश के सर्वश्रेष्ठ 10 जिलों में चुना गया। मातृत्व मृत्यु दर में सर्वाधिक कमी के लिए देश में भी देवभूमि अव्वल रही और बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का तमगा भी त्रिवेंद्र के राज में ही उत्तराखण्ड को मिला। साफ है कि उत्तराखण्ड पूरी शिद्दत के साथ केन्द्र सरकार के साथ कदमताल कर आगे बढ़ रहा है।

सीनियर जर्नलिस्ट दीपक फस्र्वाण जी की कलम से।

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