– समस्या का समाधान करने पर डा धन सिंह रावत की राह में क्षेत्रवासियों ने बिछाई पलकें
करीब दो दशक के लंबे इंतजार के बाद न्याणगढ़ समेत राठ क्षेत्र के करीब दो दर्ज से अधिक गांवों के लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट लौटी है। यह मुस्कुराहट उनके चेहरों से उस पानी के संकट में चुरा ली थी जिसके समाधान के लिए वह वर्षों से प्रयासरत थे। जिसने उनकी पूरी दिनचर्या ही प्रभावित कर दी थी अब क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह ने क्षेत्र के लिए 22 करोड़ की लागत से एक पंपिंग योजना स्वीकृत कराई है। जो जल संकट से जूझ रहे गांवों की प्यास बुझाएगी। और उन गांवों से फिर से सरसब्ज कर देगी। गांव वाले इसके लिए अपने नेता का आभार जताते नहीं थक रहे।
गत दिवस क्षेत्र में आए प्रदेश के मंत्री डा धन सिंह रावत ने क्षेत्र के गांवों के ग्रामीणों और पेयजल निगम के अधिकारियों की बैठक की। जिसमें उन्होंने पैठाणी से स्वीकृति पेयजल पंपिंग योजना का पूरा खाका सामने रखा। इस योजना से क्षेत्र के चोपड़ा, खंडखिल, बयाली, गोदा, छोया, मथिगांव, नौगांव, नलई, मरगांव, मलुंड, खण्डगांव, कनाकोट, डांग, भटकोटी, सेरा भटकोटी, सिलोली, कोटी, नौगांव पजियाणा, पाटी, सिलखोली, खंडूली बूंगा, जवाड़ी सिमल्थ, बरसीला, जितोली, सांकर, डुंगरी, नाल्दा, ओडली समेत करीब चार दर्जन गांवों को जलापूर्ति की जानी है।
बैठक में गांव के आम लोग भी थे तो उनके साथ पंचायत के प्रतिनिधि भी। नौगांव के ग्रामीणों ने जब अपनी समस्या के निदान की बात सुनी तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पूर्व प्रधान रेखा रावत कहती है कि करीब दो दशक से उनके गांव में पानी की समस्या बनी हुई थी। 60 परिवारों न्याणगढ़ गांव में पेयजल के लिए एक प्राकृतिक स्रोत पर ही निर्भरता थी। पूर्व में यहां एक एकल योजना स्वीकृत हुई थी लेकिन वह ज्यादा दिन तक नहीं चल सकी। नई उम्मीदों से पूरे गांव में खुशी का माहौल होना स्वाभाविक है।
सामाजिक कार्यकर्ता सतेंद्र रावत कहते हैं कि यहां हैरानी इस बात की है कि इससे पूर्व जल संकट से जूझते इन गांवों की ना तो किसी राजनेता ने और ना ही किसी राजनीतिक दल ने सुध ली। हर बार वोट के लिए यहां लोगों का उपयोग जरूर होता रहा। मगर उनके प्यासे गलों की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों के मुताबिक पानी की समस्या को दूर करने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों से लेकर शासन-प्रशासन तक मांग उठाई गई लेकिन उनकी मांग को हर बार ठंडा बस्ता ही नसीब हुआ।
बताया जाता है कि पानी की समस्या के कारण गांव से कई लोग पलायन कर चुके है।ं लेकिन अब उम्मीद है कि स्थितियां बेहतर होंगी और गांवों की रौनक फिर से वापस लौटेगी। क्षेत्र के ग्रामीणों ने समस्या के समाधान के लिए अपने नेता डॉ धन सिंह रावत को जननेता बताते हुए उनका आभार जताया। और अब गांवों में मंत्री के अभिनंदन समारोह की भी तैयारियां चलने लगी हैं। गांव के विजय सिंह, वीरेंद्र सिंह, हरि सिंह, राजेंद्र सिंह, राम सिंह, घनश्याम नौगांई, जय प्रकाश आदि कहना है कि क्षेत्र के गांवों को जल संकट से निजात मिलना यहां किसी सपने का साकार होने जैसा है।