केदारनाथ यात्रा की जिम्मेदारी निभाने के बाद स्वच्छता अभियान में जुटा प्रशासन
पहली बार धाम के कपाट बंद होने के बाद केदारपुरी सहित यात्रा मार्ग की सम्पूर्ण सफाई करवा रहा जिला प्रशासन
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन एवं निगरानी में चलाया जा रहा विशेष स्वच्छता अभियान
श्री केदारनाथ धाम यात्रा का सफल एवं व्यवस्थित संचालन करने के बाद अब जिला प्रशासन धाम एवं यात्रा मार्ग की स्वच्छता व्यवस्था में जुट गया है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन एवं निगरानी में केदारपुरी सहित पैदल यात्रा मार्ग पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। स्वच्छता अभियान के तहत प्लास्टिक कचड़ा, जैविक कूड़ा एवं वेस्ट मैटीरियल का निस्तारण जाएगा। जिला प्रशासन की मंशा है कि पर्यावरण को होने वाले अनावश्यक नुकसान को कम किया जा सके साथ ही बर्फबारी से पहले सभी वेस्ट मैटीरियल निस्तारित हो जाए जिससे अनावश्यक गंदगी कहीं भी न फैले एवं अगले वर्ष यात्रा मार्ग पर स्वच्छता व्यवस्था पहले से दुरुस्त रहे।
श्री केदारनाथ धाम यात्रा 2024 को लेकर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार द्वारा किए गए कार्यों की लगातार प्रशंसा हो रही है। यात्रा मार्ग एवं यात्रा को सुगम एवं सफल बनाने के लिए इस वर्ष जिला प्रशासन द्वारा किए गए नए प्रयोग एवं कार्यों ने एक अलग छाप छोड़ी है। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से लेकर स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों ने जिला प्रशासन के कार्यों को सराहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के तुरंत बाद केदारपुरी सहित सम्पूर्ण पैदल यात्रा मार्ग पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश नगर पंचायत केदारनाथ एवं सुलभ इंटरनेशनल को दिए हैं। सुलभ इंटरनेशनल के प्रबंधक धनंजय पाठक ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में करीब 60 पर्यावरण मित्रों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उधर नगर पंचायत केदारनाथ के भी करीब 60 पर्यावरण मित्रों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है।
विशेष स्वच्छता अभियान के अंतर्गत केदारपुरी एवं यात्रा मार्ग से प्लास्टिक कचड़े को प्लास्टिक बैगों में जमा किया जा रहा है। प्लास्टिक कचड़े को एकत्रित कर सोनप्रयाग स्थित कॉम्पेक्टर में पहुंचाया जाएगा जहां से इसे कॉम्पेक्ट कर उचित निस्तारण के लिए भेजा जाएगा। वहीं होटल एवं रेस्तरां संचालकों के जैविक कूड़े का भी निस्तारण किया जा रहा है। कई दुकान संचालकों द्वारा दुकानों का वेस्ट मैटीरियल भी यथावत विभिन्न स्थानों पर लावारिस छोड़ दिया गया है इसका भी निस्तारण किया जा रहा है। वहीं घोड़े की लीद एवं अन्य वेस्ट मैटीरियल भी निस्तारित किए जा रहे हैं।