हैल्थः फिट है तो हिट है

आज हर सफल व्यक्ति खुद को जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर बनाने में लगा हुआ है. खुद को ऐसे मुकाम पर ले जाने की कोशिश करने में लगा है जहाँ उसका जीवन सुखी और खुशहाली से भरपूर हो. अपनी सपमि को बेहतर बनाने के लिए वह नए तरीके ढूंढता है और नए प्कमंे को अपनाता रहता है.

इस कामयाबी या अपने सपनो को पाने में कई लोग सफल हो जाते है किन्तु कई ऐसे लोग भी होते है जो अपने जीवन में सफलता पाकर भी खुश नहीं रहते. उनके पास दौलत होती है, परिवार होता है, इज्जत होती है तथा अपने ऐशो-आराम की हर चीज को खरीदने के वे काबिल भी होते है. लेकिन उनके पास जो चीज नहीं होती वह है-अच्छी सेहत. जब वे खुद को स्वस्थ ही नहीं रख पाते तो ऐसी सफलता तथा धन दृ दौलत उनके किसी काम की नहीं रहती.
सफलता तो उसी को कहते है जिसे आप पूरी तरह से म्दरवल करते है लेकिन अगर आप स्वस्थ ही नहीं रह पाएंगे तो ऐसी ैनबबमे का कोई मतलब नहीं रहता. आज हर कोई यही चाहता है कि वह पूरी तरह से फिट और स्वस्थ रहे तथा भ्मंसजील स्पमि जियें और सेहतमंद बना रहे.

अगर आप भी अपने जीवन में सेहतमंद और स्वस्थ रहना चाहते है तो खुद को आपको कुछ समय देना होगा. तभी आप क्ंपसल स्पमि में संतुलन बना पाएंगे.
हम आज आपके साथ यहाँ अच्छे स्वास्थ्य के लिए 7 उपाय शेयर कर रहे है जिन्हें आप अपनी लाइफ में अपनाकर जी सकते है.

  1. खाने में संतुलन अपनाये
    अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपका खाना या भोजन प्रमुख भूमिका निभाता है. अगर आपका खाना अच्छा और पौष्टिक होगा तो वह आपकी सेहत को भी अच्छा बनाएगा वही अगर आप अपने भोजन के प्रति लापरवाही बरतते है या पौष्टिक भोजन नहीं लेते है तो यह आपके स्वास्थ्य को बीमार बना देगा. आपको कौन सी चीज खानी चाहिए तथा किन चीजो से आपको परहेज करना चाहिए यह बात आपको अपने हिसाब से पता होनी चाहिए.

आयुर्वेद में भी कहा गया है कि आप अपनी प्रकृति के हिसाब से ही आहार ले. यानि की अगर आप में पित्त प्रकृति की मात्रा बहुत अधिक है तो आप पीली वस्तुओ जैसे कि ज्यादा तेल, हल्दी और इसी तरह की पीली चीजो से परहेज करे. इसलिए अपने प्रतिदिन के भोजन में विटामिन्स, प्रोटीन्स, वसा कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स आदि सभी चीजो को संतुलित मात्रा में अपने आहार में शामिल करे.

  1. अपनी दिनचर्या को रखे संतुलित
    हमारी दिनचर्या का जितना प्रभाव हमारी सफलता पर होता है उतना ही असर इसका हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. अगर आपकी दिनचर्या बहुत संतुलित होगी तो आपका स्वास्थ्य भी उतना ही अच्छा रहेगा. जब हमारी दिनचर्या रोजाना एक ही होती है तो इससे हमारे दिमाग को हमारे शरीर को समझने में बड़ी आसानी होती है और वह हर काम को करने का आदी बन जाता है.

सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक, हमारी दिनचर्या यानि दिन भर का शेड्यूल क्या हो, यह हमारी सेहत के लिए जानना बहुत जरुरी है. मान ले आप रोज सुबह 6 बजे उठते है तो हल्का व्यायाम या मोर्निंग वाक करने के बाद नहा ले. फिर अपने रोजाना के समय पर नाश्ता करे और नाश्ता करने के बाद 15 मिनट आराम करे. उसके बाद फिर आपको अपने काम में लग जाना चाहिए.

दोपहर 2 बजे तक लंच कर ले. दोपहर का भोजन करने के बाद 15 मिनट तक चुपचाप बैठकर आराम करना हेल्थ के लिए अच्छा रहता है. शाम के 5 बजे भूख लगने पर थोड़ा सा नाश्ता लेने में कोई दिक्कत नहीं है. घर आने के बाद आधे घंटे एकांत में आराम करना और रात को 9 बजे तक रात का भोजन ले लेना चाहिए.

फिर भोजन के 1 या 2 घंटे के बाद ही सोना चाहिए. भोजन के बाद आधे घंटे तक टहलना भी काफी अच्छा होता है. ऐसा करने से भोजन का पाचन बड़ी आसानी से हो जाता है.

  1. ऋतुचर्या को न करे नजरअंदाज
    ऋतुचर्या का मतलब है ऋतु के मुताबिक हो जाना. प्रकृति का नियम है परिवर्तन, इससे प्रकृति हमें यह सन्देश देती है कि अब हमें भी प्रकृति के हिसाब से खुद को परिवर्तित कर देना चाहिए. जाड़ा, गर्मी और बरसात प्रकृति में जब ऋतु परिवर्तन होता है तब हमें भी खुद में परिवर्तन के लिए तैयार रहना चाहिए.

जैसे ऋतु के बदल जाने पर प्रकृति में बदलाव दिखाई पड़ता है, उसी तरह हमें अपने खान-पान, रहन-सहन, दिनचर्या और योगासनों में भी बदलाव कर लेना चाहिए. प्रकृति ने हर ऋतु के अनुकूल फल, सब्जी और खाद्य पदार्थ बनाये है. किसी अन्य ऋतु में पैदा होने वाली चीजो को किसी अन्य ऋतु में सेवन नहीं करना चाहिए.

मसलन की कोल्ड स्टोरेज में रखा तरबूज या बेल, बरसात के महीने में सेवन नहीं करना चाहिये तथा ठन्डे के दिनों में हमें ठंडी चीजो का सेवन नहीं करना चाहिए. यही नियम अन्य चीजो पर भी लागू होता है.

  1. योगासन अपनाकर रहे स्वस्थ
    आज योगा हमारे जीवन में अपना प्रमुख योगदान निभा रहा है. योग करना आज हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है. योग करना इतना अधिक प्रचलित यू ही नहीं हुआ बल्कि योग द्वारा ऐसे त्मेनसज भी हमारे सामने आये है जिसमे किसी को भी अचरज हो. योग द्वारा कई लोगो ने गंभीर बीमारियों से निकलकर स्वस्थ जीवन पाया है. जा चुका है. इसलिए योग करना हमारे हेल्थ के लिए भी बहुमूल्य है.

हमें ऋतुचर्या के मुताबिक ही योगासन और मुद्राओ का अभ्यास करना चाहिए. पसीना निकलने वाले और गर्मी बढाने वाले आसनों को गर्मी के दिनों में न करे. सेहत के लिए मुद्राओ का अभ्यास भी जरुरी है. मानसिक सेहत के लिए भी कई मुद्राएँ है, जिन्हें रोजाना करना चाहिए.

जैसे दृ ज्ञान मुद्रा, यह मुद्रा अंगूठा और तर्जनी को मिलाने से बनती है. इसको रोजाना करने से याददाश्त बढती है और मानसिक बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है. इससे अनिद्रा और चिडचिडापन भी दूर होता है.

इसी तरह और भी कई मुद्राएँ है, जिसे किया जा सकता है. जैसे प्राण मुद्रा, पृथ्वी मुद्रा, वायु मुद्रा, ह्रदय मुद्रा, सूर्य मुद्रा आदि. इन्हें आप किसी अच्छे योग गुरु से सीख सकते है. इन मुद्राओ के अभ्यास से कई तरह की शारारिक और मानसिक समस्याओ से छुटकारा मिलता है.

  1. पॉजिटिव सोच अपनाये
    दोस्तों हमारे जीवन में कितनी बड़ी भूमिका अदा करती है यह आप जरुर जानते होंगे. ज्यादातर तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं नेगेटिव सोच की वजह से पैदा होती है. इसलिए तनाव व डिप्रेसन से लड़ने के लिए हमें अपनी थिंकिंग को सकारात्मक बनाना होगा. आपको अपनी सकारात्मक सोच को बढाने के लिए रोजाना भ्रामरी का अभ्यास करना चाहिए. रोज सुबह सूर्योदय से पहले बिस्तर छोड़ दे.

सकारात्मक सोच के लिए आप अच्छा सत्संग, आसन, व्यायाम, मुद्राओ का अभ्यास और अच्छी संगती कर सकते है. इसके अलावा अपना थ्ंअवनतपजम डनेपब सुनने से भी तनाव से राहत मिलती है. खुद को कभी भी एकांत में न रखे. आप यह याद रखिये कि सकारात्मक सोच से ही शारारिक और मानसिक सेहत को बनाये रखा जा सकता है. ैव थ्तपमदके खुद को सकारात्मक बनाये रखने की हर समय कोशिश अवश्य करे.

  1. खुलकर हँसने का प्रयास करे (थ्तंदा जतपमे जव संनही) रू
    अगर मैं आपसे यह कहूँ कि आप एक रूठे हुए इन्सान या एक हँसते हुए इन्सान में से किसी एक का चुनाव करे तो आपकी पसंद वह हँसता हुआ इन्सान ही होगा, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सभी लोग हँसते-मुस्कराते हुए व्यक्ति के साथ रहना ही पसंद करते है. कोई भी मायूस व्यक्ति के साथ नहीं रहना चाहेगा. हमेशा खुश रहने से या हँसते-खिलखिलाने से हमारी खुबसूरती भी बहुत बढ़ जाती है जो हमारे व्यक्तित्व में चार चाँद लगाती है.

जब कभी भी हमें सच्ची खुशी (त्मंस भ्ंचचपदमेे) मिलती है या हम जब खुश रहते है तब हमारे शरीर में ऐसे हार्मोन्स (भ्ंतउवदे) उत्पन्न होते है जो हमें तनाव (ैजतमेे) से लड़ने में भी सहायता करता है. कई शोधो से भी यह बात साबित हुई है कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, शारारिक और मानसिक सेहत को बेहतर करने, पाचन क्रिया को बढ़ाने तथा याददाश्त बढ़ाने के लिए खुल कर हंसने से बेहतर और कोई उपचार, दवा या तरीका नहीं है और न ही कोई आसन या प्राणायाम ही है.

आप दिन में कम से कम दो बार आधे घंटे पार्क में, बाग में या शीशे के सामने अकेले में खुलकर हंसने का अभ्यास करे. इससे शरीर के अंग-अंग में स्फूर्ति तथा रक्तसंचार में बढ़ोतरी होती है. इसलिए हँसते रहे और अच्छी सेहत बनाये रखे.

  1. तन व मन में रखे संतुलन
    सन्तुलित आहार, आसन-व्यायाम और अन्य तरीको को आजमाने से आप यह बिल्कुल भी न समझे कि आप पूरी तरह फिट है क्योंकि खुद को सेहतमंद बनाये रखने का यह मतलब नहीं है कि आप कोई भी शारारिक या मानसिक काम से तौबा करे. अगर आपका काम मानसिक रूप से अधिक होता है तो थ्तमम ज्पउम में थोड़ा बहुत शारारिक कार्य भी करे और अगर वही आप शारारिक कार्य अधिक करते है तो खुद को मानसिक रूप से बेहतर रखने के लिए अपने आप को समय दे और अपना मनचाहा कार्य करें

अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारारिक व मानसिक श्रम करना बहुत आवश्यक है क्योंकि बिना शारारिक श्रम के तंदुरुस्ती बेहतर नहीं हो सकती. फिजिकल वर्क करने से हड्डियाँ भी मजबूत होती है. इस तरह आप तन और मन में संतुलन बनाये रखने से शारारिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रह सकते है.

दोस्तों ! यह बात ध्यान रखे की जब आपके पास अच्छी सेहत होगी तभी आप अपने जीवन को अच्छे तरीके से जी सकेंगे क्योंकि बीमार शरीर आपको कभी भी जीवन में आगे नहीं बढ़ने देगा और यह आपके जीवन में हमेशा रूकावट बनता रहेगा. अपने स्वास्थ्य के प्रति हमेशा सचेत रहे क्योंकि अगर एक बार किसी बीमारी ने आपको जकड़ लिया तो उसके बाद आपके लिए इससे निकलना बहुत मुश्किल हो जायेगा.

अपने स्वास्थ्य के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न बरते. जो लापरवाह होता है उसे हमेशा मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. अच्छी हेल्थ आपको बार दृ बार नहीं मिल सकती. यह आपके हाथों में ही है कि आप कैसे खुद को थ्पज और भ्मसजील रख सकते है. इसलिए अपने काम की तरह अपने स्वास्थ्य के प्रति भी हमेशा ैमतपवने रहे और एक अच्छे स्वास्थ्य से भरपूर खुशहाल जीवन जियें.

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