सिंगोरी न्यूजः एक लंबे अतंराल के बाद फिजाओं में भूख हड़ताल जैसा संघर्षशील शब्द गूंजा है। यहां पौड़ी में एनएसयूआई ने अपनी मांग मनवाने वाले के लिए भूख हड़ताल का सहारा लिया है। छात्रों का विरोध एम एच आर डी मंत्रालय के उस निर्णय पर है जिसके तहत 1 सितंबर को जेइई व एनईईटी की परीक्षा अयोजित की जा रही है। प्रदेश सचिव एनएसयूआई मोहित सिंह के नेतृत्व में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्विद्यालय के बी.जी.आर परिसर पौड़ी में एक दिवसीय भूख हड़ताल की गई। मोहित सिंह ने कहा कि देश में कोरोना लगातार बढ रहा है, हर रोज 75 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं और केंद्र सरकार परीक्षाएं करा रहा है। ऐसा करना गलत है कहा कि छात्रों को मौत के मुंह मे न डाला जाए।
अगर इस परीक्षा से किसी भी छात्र के जीवन को खतरा होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा और इस पर पूर्व छत्रसंघ अध्यक्ष आशीष नेगी व छत्रसंघ सचिव गोपाल नेगी ने कहा जो छात्र कॉन्टेनमेट जॉन या बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों ,या लॉक डाउन में जिनकी आर्थिक परिस्थिति खराब हुई है जो छात्र आवागमन नही कर सकते अगर वह परीक्षा देने नही आ पाते है तो उनका भविष्य खराब करने के साथ उनकी सालों की मेहनत पर पलीता लगाने का काम एम एच आर डी करने का काम कर रही है इसका सभी छात्र विरोध करते है विरोध करने में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष नेगी,छात्रसंघ सचिव गोपाल नेगी,पूर्व कोषाध्यक्ष अंकित सुंदरियाल, संजना गुजराल, पारस रावत आदि मौजूद रहे।
वहीं एनएसयूआई के अन्य छात्रों मंे कांग्रेस जिलाध्यक्ष के साथ कलेकटेट में प्रदर्शन किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष कामेश्वर राणा, जिला सचिव अजय राणा, संदीप कण्डारी, अरुण डोभाल, मानवी, मानसी, सुमित रावत, अजय, शौलेंद्र रावत, अजीत पुंडीर, राहुल बिष्ट आदि शामिल रहे।