मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना व दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास होमस्टे योजना की बैठक ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वरोजगार हेतु आ रहे आवेदनों की जांच कर उन्हें योजना से लाभांवित करें। जिससे वह समय पर योजना का लाभ उठा सकेंगे। इस दौरान उन्होंने स्वरोजगार योजना में वाहन मद के साक्षात्कार में संबंतिधत आवेदन से वाहन, व्यवसाहिक व कार्यक्षेत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी ली।
मुख्य विकास अधिकारी ने आयोजित बैठक में संबंधित आवेदको को कहा कि समय पर बैंकों में अपने दस्तावेज जमा करें, जिससे बैंक को ऋण देने में आसानी प्राप्त होगी। उन्होंने आवेदकों को वाहन संचालन व होमस्टे के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने को कहा। कहा कि स्वरोजगार को अत्यधिक बढ़ावा दें, जिससे आय में वृद्धि हो सकेगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जिन आवेदकों के दस्तावेज अधूरे रह गए हैं वह समय पर दस्तावेज पूर्ण करते हुए पर्यटन विभाग को प्रस्तुत करें। जिससे आगे की कार्यवाही समय पर की जा सकेगी। उन्होंने स्वरोजगार इच्छुक लोगों को योजना के तहत अधिक से अधिक स्वरोजगार मुहैया करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन आवेदकों द्वारा बस संचालन हेतु आवेदन किया है वह बस का संचालन जिस कंपनी के माध्यम से करना चाहते हैं उसके लिए संबंधित कंपनी से अनापत्ति प्रमाण पत्र उपलब्ध करते हुए पर्यटन विभाग को प्रस्तुत करना होगा।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना में 18 आवेदन तथा दीन दयाल उपाध्याय होमस्टे योजना में 12 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें वाहन के लिए 14 व गैर वाहन मद में 02 आवेदकों को स्वीकृति दी गई तथा होमस्टे के लिए 12 आवेदनों में से 09 आवेदन स्वीकृत किये गये।
बैठक में लीड बैंक अधिकारी अनिल कटारिया, उद्योग विभाग से राकेश उनियाल, आरआई आनंद वर्द्धन, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पर्यटन रमेश प्रसाद सेमवाल सहित अन्य अधिकारी व आवेदक उपस्थित थे।