सिंगोरी न्यूजः गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय का पौड़ी कैंपस को यूं तो संसाधनों और गुणवत्ता के लिहाज से बहुत अधिक स्तरीय नहीं कहा जा सकता। लेकिन इतना जरूर है कि वहां छात्र छात्राओं में अनुशासन है, सभ्यता है और एक दूसरे की मदद का भाव है। कोरोना महामारी के लाॅकडाउन में यहां के बच्चे एक ऐसा उदाहरण पेश कर रहे है जो अन्य किसी विश्वविद्धालय या किसी विवि के कैंपस में देखने को शायद ही मिले। यहां शहरी क्षेत्र के छात्र छात्राएं उन विद्धार्थियों की मदद कर रहे हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। जहां संचार के नाम पर संसाधनों की खानापूर्ति है। और सरकार या विवि वहां आॅनलाइन पढ़ाई, आॅनलाइन फार्म व आॅनलाइन एक्जाम की बात कर रही है। बहरहाल पढ़ाई और परीक्षाओं को लेकर जो दिशा निर्देश हों लेकिन फार्म तो हर हाल में भरा जाना है। क्यों कि बच्चा पढ़ाई और परीक्षा के लिए भी तभी अनुमन्य होगा। अव्यवस्था के इस पेच पर छात्रों के सहयोग के भाव की सराहना करनी होगी।ं
छात्रसंघ अध्यक्ष ऑस्कर रावत ने बताया पौड़ी परिसर में लगभग 2200 छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं। आॅनलाहन की अव्यवस्थाओं में कोई छात्र छात्रा फार्म भरने से वंचित न रहे। इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आॅनलाइन से फिलहाल उम्मीद नहीं की जा सकती। इसलिए ऐसे बच्चों की डिटेल लेकर फार्म भरने मंे उनकी मदद की जा रही है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष गौरव सागर ने बताया 1 माह पहले हमने हेल्पलाइन नंबर्स जारी किए गए थे जिस पर फोन कर सभी विद्यार्थियों अपनी डिटेल्स दे रहे हैं। छात्रसंघ कोषाध्यक्ष सचिन रावत, शुभम रावत, अमन रेजा, अमन डिमरी, लक्ष्मण समेत एनएसयूआई से जुड़े लोग उनके फॉर्म भरने का कार्य निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं ।