सिंगोरी न्यूजः गैंगरेप के बाद हत्या का यह मामला भले ही 2012 का हो। लेकिन गुनाह को समय की लंबाई पर खत्म कतई नहीं किया जा सकता। ऐसे ही एक मामले में सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ंिसह रावत ने पीड़ित परिवार को मदद का भरोसा दिया है। परिजन दोषियों को फांसी की मांग कर रहे हैं।
मूलरूप से पौड़ी के रहने वाले पीड़ित दंपति में मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी पीड़ा रखी, तो उन्हें हर संभव मदद का भरोसा मिला। यहां सीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड की बेटी के साथ जो हुआ, वह दिल दहलाने वाला था। किसी भे बेटी का पिता या किसी बहन का भाई इस पीड़ा को बहुत अच्छी तरह समझ सकता है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित बच्ची के माता-पिता को आश्वासन दिया कि कानूनी लड़ाई में पूरा सहयोग करेंगे। प्रदेश सरकार और प्रदेश की पूरी जनता पीड़िता के परिवार के साथ है। सोशल मीडिया के जरिए पीडित परिवार की आवाज उठाने वालों का भी सीएम ने आभार जताया। दुखी माता-पिता ने बताया कि 09 फरवरी 2012 को दिल्ली में उनकी बेटी के साथ तीन दरिंदों ने गैंगरेप किया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने तीनों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई थी। अभी मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है।