सिंगोरी न्यूजः सियासत में सत्तानशीं की मुखालफत करना राजनीति और आवाम के किरदार का स्वाभाविक सा हिस्सा है। लेकिन जनहित में जो बेहतर होता है उसे भी उस आवाम पहुंचना चाहिए जिसके चारांे ओर यह सारा सिस्टम घूमता है। पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण का खराब दौर चल रहा है। हालात संभाले नहीं संभल रहे। लेकिन इन सब के बीच सूबे के लिए एक अच्छी खबर आई है। गत दिवस वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रालय ने जो रिपोर्ट जारी की है, वह उत्तराखंड के लिए और खासतौर पर युवाओं के लिए उम्मीदों भरी है। रिपोर्ट में साफ है कि स्टार्टअप में प्रदेश की स्थितियों में सुधार हुआ है। सूबे को एस्पायरिंग लीडर्स श्रेणी में स्थान मिला है तो यह अपने आप में बड़ी बात है। स्पष्ट परिणाम दिखने में भले ही कुछ समय लगेगा लेकिन प्रगति की जो रफ्तार है वह सुखद है। जानकार कहते हैं कि इसके लिए स्टार्टअप से जुड़े युवाओं के साथ ही सीएम त्रिवेंद्र बधाई के पात्र हैं।
देश में स्टार्ट अप को बड़ी उम्मीदों के साथ शुरू किया गया था। उत्तराखंड में भी इसकी शुरूआत हुई। बड़ी तादाद मंे नए स्वरोजगारियों ने इस पैर्टन का अनुसरण किया। बीते साल देश के सभी राज्यों की स्टार्टअप रैंकिंग 2019 की रिपार्ट में प्रदेश की स्थिति वह नहीं थी जो इस बार है। तब उत्तराखंड को इमेजिंग श्रेणी में रखा गया था। साफ है कि युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रेरित के यहां जो प्रयास हुए हैं वह कारगर रहे। स्टार्ट अप में युवाओं की रूचि और अपने काम में गंभीरता दिखाने का परिणाम है कि सूबे को केंद्रीय मंत्रालय की कमेटी ने एस्पायरिंग लीडर्स (आकांक्षी नेतृत्व) श्रेणी में स्थान दिया है। युवाओं के भीतर आत्मविश्वास और उनके मार्गदर्शन के लिए विश्वविद्यालयों के अलावा आइआइटी रुड़की और आइआइएम काशीपुर के विशेषज्ञों के आइडिया भी उत्तरोत्तर सुखद परिणामों के पीछे बताए जाते हैं। जो स्वाभाविक भी है।
अपर मुख्य सचिव उद्योग मनीषा पंवार ने अपने एक बयान में कहा कि स्टार्टअप के बेहतर परिणाम सामने आए हैं। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने भी स्टार्टअप के लिए उत्तराखंड में किए जा रहे प्रयासों को सराहा है। एस्पायरिंग लीडर्स श्रेणी में जगह मिलना प्रगति का प्रमाण है। रफ्तार के आंकलन पर उन्होंने उम्मीद जताई है कि स्टार्टअप के क्षेत्र में देरी से नहीं बल्कि जल्द ही प्रदेश नई ऊंचाईयां छुएगा। उन्होंने एक अच्छी खबर यह भी दी है कि सूबे में टाइ-ग्लोबल का चैप्टर खोलने की योजना है। उससे भी युवाओं की स्थितियों में तेजी से सुधार आएगा। इसके अलावा जहां कोई दिक्कतें आ रही हैं उसके निदान के ेिलए सरकार के स्तर पर व्यवस्था की गई। ताकि दिक्कतों को यथा समय समाधान कर आगे बढ़ा जा सके। जाहिर तौर पर सूबे के युवाओं को हासिल हुई इस उपब्धि का श्रेय सूबे के मुखिया को त्रिवेंद्र रावत को जाता है। और स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत ने इन उम्मीदों भरे नतीजों के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और प्रयासों का आभार जताया है। आने वाले दिनों में और अच्छे नतीजे आएंगे। और अधिक युवा इससे जुड़कर अपनी दायित्वों पर खरा उतरेंगे। इससे जुड़े युवाओं ने अपेक्षित सहयोग व प्रोत्साहन के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का आभार जताया है।