सिंगोरी न्यूजः कोरोना वायरस संक्रमण हमारे लिए क्या पूरी दुनिया के लिए नई है। कोरोना से लेकर कोविड, जनता कफ्र्यू, लाॅक डाउन जैसे शब्द अधिकांश ने पहली बार सुनें हांेगे। और जिस तरह से पूरी दुनिया लाॅग डाउन हो रही है वह भी कौतुहल कम और खौफनाक ज्यादा है। हमें राजस्थान के भीलवाड़ा की रिपोर्ट मिली है। बताया जा रहा है कि वहां हालात बेहद भयावह है। इसे भारत का इटली कहा जाने लगा है। यहां संक्रमण की रफ्तार दुनिया के अति प्रभावित शहरों जैसी बताई जा रही है। आए दिन यहां संक्रमितों की तादाद बढ़ती जा रही है। राजस्थान में अब तक 45 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 21 पॉजिटिव अकेले भीलवाड़ा जिले से हैं।
भीलवाड़ा में कम्यूनिटी इंफेक्शन तीसरी पर बताया जा रहा है। गत दिवस यानी 26 मार्च को यहां कोरोना संक्रमण और किडनी में तकलीफ समेत कई बीमारियों का इलाज करा रहे 73 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो जाती है। उसी दिन उनके बेटे और पोती की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। रात में एक अन्य शख्स की मौत हो गई। खौफजदा लोग अब दूसरे जिलों में जा रहे हैं। इससे सोशल डिसटेंस का फार्मूला गड़बड़ा रहा है और कम्यूनिटी इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। 11 हजार लोग संदिग्ध हैं, जिनमें से 6445 को होम आइसोलेशन में रखा गया है। यह सिर्फ एक उदाहरण है। अपने गंतव्यों तक जाने वाले जो लोग रास्तों बड़ी तादाद में रूके हैं वो स्थितियां भी आने वाले दिनों में बड़ी परेशानी लाने वाली हैं। केंद्र व राज्य सरकारों को चाहिए कि रास्तों में फंसे लोगों की भीड़ का कोई ठोस इंतजाम करे। सबसे बेहतर होगा कि उन्हें प्रशासन की देखरेख में उनके गंतव्य तक भेजा जाए। संदिग्धों केा वहीं आईसोलेट और क्वांटीन किया जाए। यह बड़ी समस्या है इसे हल्के और मजाक में मत लेना प्लीज।