सिंगोरी न्यूजः ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का एक बड़ा हिस्सा श्रीनगर विधान सभा के अंतर्गत आता है। इसमें कृषि भूमि के मआवजे से लेकर अन्य तमाम ऐसे पहलू हैं जिसका सीधा असर आम जन या यूं कहें कि प्रभावितों पर है। कहीं मुआवजे देरी है तो कहीं सही दाम। कहीं कागजीय जटिलताएं भी परेशानी का सबब हैं। आम जन की समस्याओं के निस्तारण व परियोजना में तेजी को लेकर सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत ने जिला प्रशासन और रेल प्रशासन के अधिकारियों की बैठक विधान सभा में ली। परियोजना के अंतर्गत श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के काश्तकारों कृषकों के मुआवजा स्वीकृति एवं सीएसआर फंड के तहत स्वीकृत विकास कार्यो की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए।
यहां एडीएम पौड़ी डा एसके बरनवाल जो परियोजना के पुनर्वासन, पुनस्र्थापन नोडल अधिकारी भी हैं, उन्होंने बताया कि श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले प्रभावित गांव डुंग्रीपंथ स्वीत, दिखोल्यूं, भामक, श्रीकोट, कोटड़, मल्यागांव, पुराना श्रीनगर आदि के काश्तकारों एवं क्षेत्रवासियों की मांग के अनुसार सीएसआर फंड के अंतर्गत पूर्व में चिन्हित कार्य किये जा रहे है। सभी प्रभावितों को मानकों के अनुरूप मुआवजा वितरण का कार्य भी जारी है। कहीं भी कोई परेशानी नहीं है। मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने बताया कि रेलवे द्वारा श्रीनगर में 52 बेड का अस्पताल बन चुका है जो शीघ्र ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग को मिल जायेगा। इसके अलावा श्रीकोट में एक हजार क्षमता वाला स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा, जो आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा।
बैठक में रेल विकास निगम लि0 के ए.जी.एम. विजय डंगवाल, ए.जी.एम. (प्रोजेक्ट) सुरेंद्र कुमार, एडीएम पौड़ी नोडल अधिकारी डाॅ. एस. के. बरनवाल, उत्तराखंड पेयजल निगम के महाप्रबंधक गढ़वाल ए.जे.पी. डोबरियाल, उत्तराखंड पेयजल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश चंद्र तिवारी, एक्जीक्यूटिव आॅफिसर नगर पालिका श्रीनगर राजेश नैथानी, राहुल कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।