सिंगोरी न्यूजः शह और मात के इस खेल में जहां भाजपा बढ़त में दिख रही थी तो नतीजों ने कांग्रेस में जान फूंक दी। जब परिणाम आए तो कई ब्लाक भाजपा के हाथ से फिसलते गए। खास तौर पर सूबे में ताकत के लिहाज से मुख्यमंत्री के बाद दूसरी पोजिशन के मंत्री डा धन सिंह रावत अपने विधान सभा के खिर्सू और पाबौ ब्लाक में मात खा गए। यह दोनोें ब्लाक मंत्री की विधान सभा के अंतर्गत हैं। खिर्सू मंत्री का अपना ब्लाक है। श्रीनगर विधान सभा की तीन सीटों में दो सीटें कांग्रेस ने जीत ली हैं। वहीं एक सीट थलीसैण पूर्व में ही निर्विरोध भाजपा के नाम हो गई थी।
पावर फुल मंत्री की विधान के ब्लाकों में तीन में से दो हार जाना क्षेत्रीय विधायक और उनके समर्थकों के लिए चिंता करने वाली बात तो जरूर है। रही बात थलीसैण विकास खंड की तो वहां क्षेत्र के स्थानीय नेता नरेंद्र सिंह रावत कुट्टी की पत्नी निर्विरोध प्रमुख बनीं। वहां नरेंद्र रावत का अपना प्रभाव है। वह सीट भले ही भाजपा के खाते में है लेकिन जीत नरेंद्र सिंह रावत उर्फ कुट्टी भाई की है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों डा धन सिंह की विधान सभा के अंतर्गत हुए निकाय चुनाव में तमाम कोशिशों के बाद भी भाजपा बुरी तरह से हार गई। पूर्व में मंत्री के दिशा निर्देशों पर खिर्सू ब्लाक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। लेकिन वहां भी मंत्री को मात ही खानी पड़ी। लगातार आ रहे नतीजे इस ओर इशारा कर रहे हैं कि प्रदेश की सियासत में मजबूत दखल रखने वाले डा धन सिंह के पांव अपनी विधान सभा में उखड़ने लगे हैं।