देहरादूनः केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि किसान कानून पूरी तरह से किसानों के हित में है। कुछ लोग इसमें भ्रम की स्थितियां पैदा कर रहे हैं। यह अनुचित है। कहा यह कानून चार दिन में थोड़े ही बना। इसकी तैयारी तो 20 साल पहले हो गई थी। उम्मीद है कि अन्नदाता इससे जरूर मान जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कृषि कानून में किसानों को किसी तरह के भ्रम में पड़ने की आवश्यकता नहीं है। एमएसपी, मंडियों, जमीनों आदि को लेकर किसानों को भ्रमित
किया जा रहा है। नए कानून में न्यूनतम समर्थन मूल्य अपनी जगह है। मंडियां अपनी जगह हैं। और इसके साथ साथ किसानों की जमीनें भी उनकी ही रहेंगी। उन्हें कोई इधर उधर नहीं कर सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष किसानों को भ्रमित कर रहा है।
कहा कि बीते सत्तर वर्षों में किसानों के साथ छलावा होता रहा है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पहली बार किसानों के हित में यह फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि किसानों की आय को दुगुना किया जाए। कहा कि किसानों की मांग पर ही यह कानून बनाया गया है।
कहा कि किसानों के बीच में कृषि कानूनों को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है उससे बचने की आवश्यकता है। उन्होंने भरोसा जताया किसान उनकी बात मान जायेंगे।