सिंगोरी न्यूजः सूबे के जंगलात महकमे के भी ढंग निराले हैं। चालाकियों और करतूतों के चलते अक्सर चर्चाओं में रहने वाले इस महकमे में इस बार एक अजब वाकया हुआ है। यहां बडे अधिकारी रेंजर ने तस्कर पकड़े तो वन दरोगा उन्हें छुड़ाकर ले गया।
मामला उधम सिंह नगर के गूलरभोज क्षेत्र के पीपलपड़ाव रेंज का है। यहां हुआ यूं कि दो लकड़ी तस्करों को रेंजर ने पकड़ कर डिवीजन कार्यालय बंद कर दिया। कुछ देर बाद वन दरोगा आया और दोनों को छुड़ाकर ले गया। और वह भी पूरी दंबगई दिखाते हुए। स्थिति यह है कि विभाग इस पर कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।
पीपलपड़ाव रेंज के रेंजर भूपेंद्र कुमार मेहरा ने गश्त के दौरान गगदिया चैराहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों को रेंज कार्यालय में एक कर्मचारी की सुपुर्द कर रेंजर दूसरी विजिट पर चले गए। इतने में रेंजर के जाने के बाद विभाग में तैनात एक वन दरोगा कार्यालय पहुंच गया।
आिरोप है कि कार्यालय में मौजूद कर्मचारी पर दबंगई दिखाते हुए उक्त वन दरोगा आरोपियों को छुड़ाकर ले गया। इसकी सूचना महकमे के बड़े अधिकारियों को दी गई है। लेकिन फिलहाल होता नजर नहीं आ रहा। बताया जा रहा है कि विभागीय मंत्री डा हरक सिंह रावत ने भी विभागीय कारिस्तानियों के सामने हाथ खड़े किए हैं। इस कार्यकाल में वह उस टीम कैप्टन की तरह है जो खेलने के बजाए बाहर बैठा सब कुछ देखता रहता है। यानी डर नाम की कोई चीज नहीं है। photo symbolic