सिंगोरी न्यूजः ध्वीली, कोलड़ी, डांग। ये उन गावों के नाम हैं जहां की मातृशक्त् िने बता दिया कि उनमें भी प्रतिभा की कमी नहीं है। बस जरूरत है सिर्फ एक अदद मंच की। जो उन्हें कफोलस्यूं महोत्सव समिति ने मुहैया कराया है। महोत्सव में महिला मंगलदलो ंव स्कूली बच्चों ने वो समां बांधा कि हर कोई देखता रहा गया। हर कोई उनकी प्रतिभा का कायल हो गया।
कफोलस्यूं महोत्सव के दूसरे दिवस पर सामाजिक कार्यकर्ता जगदंबा डंगवाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिकरत की। उन्होंने ग्रामीण प्रतिभाओं को उभारने के अवसर देने लिए महोत्सव समिति के प्रयासों की सराहना की। सेवानिवृत कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष मातवर सिंह बिष्ट ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। कहा कि महोत्सव से क्षेत्र को पहचान मिलेगी, सभी लोगों को इसमें सहयोग करना चाहिए। यहां गांवों की महिला मंगल दल साधुवाद के पात्र रही।
एक फौजी के जीवन संघर्ष उसकी पारिवारिक अस्थिरता, और त्याग और समर्पण विषय पर आधारित मातृशक्ति शानदार नृत्य नाटिका सभी दर्शकों केा गदगद कर गई। मंच से उठी तालियों की गड़गड़ाहट तो खेत खलियानों से लेकर चरवाहों तक गूंजती रही। महिला मंगलदल कोलड़ी और डांग की महिलाओं ने ग्रामीण परिवेश की जीवटता और संघर्ष पर रोशनी डाली। संदेश दिया कि चाहे कितनी परेशानियां क्यों न हों, पहाड़ की महिलाओं की हिम्मत, मेहनत और सौहार्द के जज्बे का कहीं कोई सानी आज भी नहीं है।
हाल ही में दिल्ली में आयोजित गितेर प्रतियोगिता के विजेता जितेंद्र की प्रस्तुति भी शानदार रही। शानदार प्रस्तुति में क्षेत्र की इस प्रतिभा ने खूब तालियां बटोरी। इंटर कालेज परसुंडाखाल में अध्ययनरत छात्र कशिश रावत ने नशाखोरी और नशामुक्ति पर जो ओजपूर्ण संबोधन दिया कि हर कोई उसकी पीठ थपथपाने को उठ खड़ा हुआ।
लोकनृत्य में दुराल बूंगा व दोलिण्डा के बच्चे अव्वल रहे। प्रतियोगिता के निर्णायक सुरजी देवी व सुभाष कुमार शाह रहे। जाने माने संगीतकार तपेश्वर भाई के संगीत ने भी प्रस्तुतियों को चार चांद लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में दर्शक भी झूमते नजर आए। महोत्सव समिति के अध्यक्ष जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत ने सभी सहयोगियों का आभार जताया। कार्यक्रम में समिति के उपाध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट, सचिव नागेश नेगी, कोषाध्यक्ष प्रेमसिंह नेगी, नरेश संुदरियाल, अचलानंद डोबरियाल, पुष्पेंद्र राणा, सुनील डंडरियाल, प्रिंस भट्ट, कुसुम जैलवाण, बलवीर, राहुल, संतोष, अजय रोहित समेत बड़ी तादाद में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। संचालन शांति प्रसाद डंडरियाल ने किया।