सिंगोरी न्यूजः शहरों की तरह अब सूबे के गांवों के लिए भी अच्छी खबर आई है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की मंशा है कि शहरों की तरह गांवों गलियारे भी चकाचैंध हों। इसके लिए गांवों में एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने की येाजना है। ऐसे में अंधेरे में डूबे रहने वाले गांव भी रात में रोशनी से नहाए नजर आएंगे।
बताया जा रहा है कि इस काम पर तकरीबन 250 करोड खर्चा आएगा। लेकिन गांवों को रोशन की करने की मंशा की मंशा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की पूरी हो जाती है तो यह अपने आप में बड़ी बात होगी। केंद्र सरकार की एजेंसी ईएसएसएल अपने स्तर से बजट खर्च करेगी। जानकारी है कि पहले चरण में एक साथ पूरे राज्य में चार लाख स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना तैयार की गई। जल्द केंद्र सरकार की एजेंसी एनर्जी एफिसिएंसी सर्विस लिमिटेड की ओर से इन लाइटों को लगाया जाएगा। कंपनी इन लाइटों को लगाने के साथ ही पांच साल तक इनकी देखरेख और संचालन भी करेगी। इसके लिए गाइड लाइन और डेट लाइन भी तैयार की गई है।
इन लाइटों की देखरेख करने के लिए स्थानीय युवाओं को नियुक्त किया जायेगा। इस योजना से गांव तो रोशन हांेगे ही रात के अंधेरे में होने वाले जंगली जानवरों के खतरे भी कम होंगे।