सिंगोरी न्यूजः देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 3 मई तक लाॅकडाउन बढ़ाने की घोषणा की। तो मंुबई में फंसे मजदूरों का सब्र का बांध मानो टूट सा गया। बांद्रा में हजारों की तादाद में लोग लॉकडाउन को तोड़कर एकत्र हो गए। इस भीड़ को देख प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने समझाया नेताओं ने समझाया लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया।संड़क पर उतरे मजदूरों की मांग है कि उन्हें उनके मूल स्थानों को जाने के लिए व्यवस्था की जाए। इन लोगों का कहना है पिछले महीने लॉकडाउन लागू होने के बाद से सारे लोग हो गए हैं। मुश्किलों में फंसे हैं। उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वह अपने घर जाना चाहते हैं।
पुलिस की ओर से मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) डीसीपी प्रणय अशोक का बयान आया कि आज शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे और अपने घरों को वापस जाना चाहते थे। उन्होंने प्रशासन के आगे अपनी मांग रखी।
इस दौरान भीड़ हिंसक भी हुई। इसे नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर कर पुलिस तैनात कर दी गई है। स्थिति सामान्य है।