सिंगोरी न्यूजः लूट के लिए किस तरह फिल्म फंडे अपनाए जाते हैं यह तो कोई रुड़की झबरेड़ा साधन सहकारी समिति के दो कर्मचारियों ने पूछे जिन्होंने खुद से ही 22 लाख रुपये लूट लिए। एक शानदार योजना बनाकर। लेकिन क्या करें पकड़े गए। पुलिस लूटी गई रकम भी बरामद कर ली है। एक अभी फरार है।
अंदाज कतई फिल्मी है, सोमवार शाम को झबरेड़ा सहकारी समिति के दो कर्मचारी जिनमें एक नाम आशु और दूसरे का रमेश है, ने पुलिस को यह सूचना दी थी कि बदमाशों ने 22 लाख रुपये लिए। जब वह बैंक जा रहे थे। कान पर तंमचा लगाकर।
योजना के मुताबिक आशु ने 20 लाख 29 हजार 900 रुपये और सन्नी चैधरी ने दो लाख 32 हजार 340 रुपये समिति के एमडी तलवार सिंह से बैंक में जमा कराने को लिए। सन्नी ने तो अपनी रकम आफिस में ही रख दी तो आशु आफिस के कर्मचारी रमेश चंद को साथ लिया और बाइक में पैसा जमा कराने बैंक चल दिया। योजना के अनुसार रास्ते में उनके साथ धर्मेंद्र व पंकज ने तमंचा दिखाकर रकम से भरा थैला छीन कर फरार हो गए। पुलिस ने आशु, सन्नी और पंकज को गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। फरार आरोपी धर्मेंद्र की तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, आशु ने बताया कि उसने पंकज और धर्मेंद्र को दो-दो लाख रुपये दिए। बाकी के करीब 16 लाख रुपये छिपाकर रख एि। पुलिस ने आशु से 16 लाख 29 हजार 900 रुपये, पंकज से दो लाख रुपये और सन्नी चैधरी से चार लाख 46 हजार 290 रुपये बरामद किए हैं।