सिंगोरी न्यूजः ढोल दमाउ प्रतियोगिता के लिए चर्चित घुसगलीखाल मकरैंण मेला एक बार फिर कौतुहल की तैयारी में है। आयोजकों में भव्यता की तैयारियां पूरी कर ली हैं। तो स्पद्र्धा में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागी तो मानो साल भर से इस मेले का इंतजार कर रहे हों। ढोलसाग के ज्ञाताओं की तैयारियों से लगता है कि अबके मकरैंण का कौतुहल कुछ हटके और खास होगा।
आयोजन समिति के अनुसूया प्रसाद संुदरियाल ने बताया कि मेले में 27 गांवों से माता दुर्गा के द्वार ध्वजा पहुंचेगी। क्षेत्र के गगवाड़स्यूं, बनेलस्यूं, मनियारस्यूं, पटवालस्यूं व सितोनस्यूं के इन गांवों से हर दिन दो गांव ध्वजा लेकर आएंगे। थड़्या-चैफला, विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं, स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएगी। तैयारियों को लेकर हुई बैठक में समिति के संयोजक अनुसूया प्रसाद सुंद्रियाल ने मकरैण घुसगलीखाल क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर बताया। उन्होंने बताया कि 5 जनवरी से खेलों के आयोजन की शुरुआत की जाएगी। क्रिकेट, वालीबाल, दौड़, लंबीकूद, ऊंचीकूद, महिला रस्साकसी का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर समिति के सचिव कमल रावत, सीताराम जुयाल, नेत्र सिंह बिष्ट, महेश कुमार, जगदीश सिंह, कुसुम देवी, विलेश्वर पटवाल, मनमोहन रावत, प्रकाश सुंदरियाल, सुदामा, राकेश सिंह, बेलम सिंह, विक्रम नेगी आदि ने आयोजन की सफलता के लिए एकजुटता का संकल्प लिया। साथ ही क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपील की।