सिंगोरी न्यूजः अल्मोड़ा जनपद के रानीखेत के बयेड़ी गांव में एक बहुत अच्छी पहल हुई है। यहां ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक ठोस पहल परवान चढ़ रही है। इसमें स्थानीय लोग अपने घर के ही पारंपरिक उत्पादों से आत्मनिर्भर बनेंगे, अपनी आर्थिकी को सबल बनायेंगे। यानी अपने कारोबार के लिए उन्हें किसी और पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यहां पारंपरिक बड़ियों को तैयार कर उन्हें बाजार में उतारने का प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जा रहा है। यह बड़ियां ककड़ी, उड़द की दाल, पेठा (भूजा) आदि से बनाई जायेंगी। जाहिर तौर पर यह पहल यहां की मातृशक्ति की आर्थिकी को सबल करेगी।
यहां विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और होप संस्था ने ग्रामीण महिलाओं को बड़ी बनाने का प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है। होप संस्था के निदेशक प्रकाश जोशी ने कहा कि महिलाओं की आर्थिकी बढ़ाने के लिए बड़ी का काम बहुत ही बेहतर माध्यम है। इसकी गुणवत्ता में सुधार करके इसे और अधिक लोकप्रिय बनाया जा सकता है। प्रशिक्षण में बयेड़ी की पंचायत प्रधान लीला देवी के अलावा गावं की मुन्नी देवी, हेमा देवी व अन्य कई महिलाएं भी यहां प्रशिक्षण ले रही हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि बयेड़ी गावं की बड़ियां खास होंगी। और इन प्रयासों से पहाड़ों की पारंपरिक बड़ियों को भी नई पहचान मिलेगी।