देहरादूनः केदारनाथ यात्रा पथ पर बड़ी तादाद में यात्री आपदा के चलते फंस गए थे। प्रशासन व अन्य रेस्क्यू टीमों के अनथक प्रयासों व बाबा केदार के आशीष से जानलेवा बने हालातों में जिंदगियां मुश्किलों का सामना करते हुए ही सही लेकिन लौट रही हैं। वहीं जीवन की सलामती के लिए संघर्ष रहे उन बेवश लोगों की सहायता के लिए राजधानी से पनेसिया अस्पताल की टीमंे क्षेत्र में सेवा कार्य में जुटी हैं।
आपदा में सरकार की ओर से समुचित चिकित्सा व्यवस्थाएं दी गई हैं। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए। लेकिन संकट की इस घड़ी में यह कोशिश निसंदेह ही मानवीय मूल्यों को दर्शाती है कि जितना जल्दी हो सके चिकित्सा सुविधा प्रभावितों तक पहुंचे। इन हालातों में जितने अधिक प्रयास होंगे संकट में पडे जीवन उतने ही जल्द सुरक्षित होते जाएंगे। ऐसे में पनेसिया के अस्पताल की यह सेवा उन्हें निश्चित रूप से साधुवाद का पात्र बनाती है।
पेनेशिया अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक केदारनाथ क्षेत्र के चौमासी, सोनप्रयाग एवं सिरसी में शिविर लगाए गए हैं। नेपाल, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब एवं दिल्ली से लोग यहां हैं। कैंप में करीब 350 से अधिक स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवा वितरित की गई।
अस्पताल के डायरेक्टर शुभम चंदेल डॉक्टर. जे. बी, सामाजिक कार्यकर्ता दिवाकर गैरोला, चंद्रपाल सिंह नेगी, डॉक्टर मधुसूदन, डॉ प्रकाश एवं विकास रावत, नर्सिंग स्टाफ अरविन्द, सूरज, कांति, सुमित एवं शिवराज यहां सेवा में जुटे हैं।
पेनेशिया अस्पताल के एमडी रणवीर सिंह चौहान भी स्वयं अपनी टीम के साथ शिविर में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपत्ति के घड़ी में हम सबको साथ खड़ा होना होगा। पनेसिया की ओर से अधिक से अधिक प्रभावितों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। कोशिश है कि हर किसी को जल्द से जल्द चिकित्सकीय सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र भी राहत और बचाव की हर संभव कोशिशों में जुटा है। लेकिन ऐसे मौकों पर सामूहिक प्रयास ही बेहतर परिणाम दे सकते हैं।