कारोबार केे जानकार कहते हैं कि धंधा अब पहले जैसा नहीं रहा। एक समय में शराब के ठेके हथियाने के लिए विकट जोर आजमइश, ताकत, रसूक का उपयोग होता था। लेकिन समय ने ऐसी पलटी मारी कि अब तमाम प्रयासों के बाद भी ठेका उठने का राजी नहीं। जिन दुकानों के लिए सैकड़ों में आवेदन आते थे वहां आवेदक तलाशना आाबकारी विभाग के लिए टेड़ी खीर बनी है।
दुकान किसी तरह से आवंटित हो जाए इस के लिए आबकारी विभाग में तैनात क्लास टू लेबल ब्रेन जुगाड़ तलाश में रात दिन एक किए है। लॉटरी, नवीनीकरण, अवशेष आफर और ना जाने क्या क्या।
पौड़ी जनपद की बात करें तो यहां विदेशी मदिरा की अवशेष 13 ऑफर वाली दुकानों हेतु आबकारी विभाग को 18 आवेदन प्राप्त हुए है। प्राप्त आवेदनों को जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान व आवेदनकर्ताओं की उपस्थिति खोला गया। प्राप्त आवेदनों की जांच पड़ताल करने के उपरांत इसे स्वीकृति हेतु आबकारी आयुक्त को भेजा गया। गौरतलब हो कि जनपद में 44 विदेशी मदिरा की दुकानों में से 04 प्रथम चरण की लॉटरी में आवंटित हुई जबकि 27 दुकानों को नवीनीकृत की गयी। शेष 13 दुकानों के लिए आवेदन प्राप्त नहीं हुए थे जिस कारण इन दुकानों के लिए ऑफर देते हुए आवेदन आमंत्रित किये गये थे। प्राप्त 18 आवेदनों को आवेदकों के सामने खोलकर निरीक्षण करने के उपरान्त इसे स्वीकृति हेतु आबकारी आयुक्त को भेजा गया है।
इस दौरान जिला आबकारी अधिकारी के0पी0 सिंह सहित अन्य अधिकारी व आवेदक उपस्थित थे।