सिंगोरी न्यूजः जनपद में पौड़ी पीआरडी के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की नौकरी फिलहाल खटाई में है। बीते माह से उनके बांड की अवधि समाप्त हो गई है। और शासन स्तर से उनका फिलहाल रिन्यूवल भी नहीं हो पाया है। ऐसे में सैकड़ों की तादाद मे यें स्वास्थ्यकर्मी अपनी नौकरी को लेकर असमंजस में हैं।
गौरतलब है कि जनपद में सैकड़ों की तादाद में पीआरडी के आउटसोर्स क जरिए स्वास्थ्य विभाग में नियत मानदेय पर सेवाएं दे रहे हैं। खासतौर पर कोरोना जैसे संकट के दौर में इन आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका बेहद अहम रही। अल्प मानदेय में भी इन्होंने पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से सेवाएं दी हैं। कोरोना योद्धा का तमगा भी निश्चित रूप से इनके गले में खुद शासन और प्रशासन ने लटकाया है। कोरोना योद्धा के तमगे से यह कर्मचारी गर्व तो जरूर महसूस करते हैं। लेकिन गर्व और पीठ थपथपाए जाने से पेट की आंच तो कम होने वाली नहीं है। कोरोना के इन अल्पमानदेय भोगी योद्धाओं को गत चार माह से मानदेय भी नहीं मिला है। और अब पीआरडी के जरिए इनकी सेवा को जो अनुबंध स्वास्थ्य विभाग से हुआ था वह भी गत माह कालातीत हो गया है। पीआरडी की ओर से उसे रिन्यूवल की प्रक्रिया बढ़ाई गई है, ताकि इनकी सेवाओं को आगे बढ़ाया जा सके। लेकिन स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से अभी इन कर्मियों का रिन्यूवल नहीं हो पाया है। ऐसे में ये अल्प मानदेय भोगी अपनी उसी निष्ठा से सेवाएं तो दे रहे हैं लेकिन उनकी इस रोटी पर फिलहाल असमंजस बना हुआ है। शासन स्तर पर उन्हंे सेवा विस्तार मिल भी पाता है या नहीं यही चिंता इन्हें परेशान किए जा रही है।
कर्मचारी संगठनों से जुड़े लोगों ने इन कोरोना योद्धाओं की सेवा विस्तार की प्रक्रिया शीघ्र करने की मांग उठाई है।