सिंगोरी न्यूजः भ्रष्टाचार पर नकेल डालते हुए शासन ने एक एक्सईएन समेत तीन इंजीनियरों को पद से अवनत कर दिया है। यह मामला थानो-रायपुर मार्ग पर पुल निर्माण में लापरवाही और गड़बड़ी का है। इन सभी इंजीनियरों पर उन पर ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाने का भी आरोप था।
बता दंे कि करीब 8.84 करोड़ रुपये लागत के इस पुल निर्माण कराया जाना था। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आदेश पर पुल निर्माण की गुणवत्ता की जांच कराई गई थी। करीब 75 मीटर लंबे आरसीसी पुल की एप्रोच मार्ग में धंसाव की शिकायत सामने आई थी। सात अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान पुल निर्माण गड़बड़ी पकड़ी और जांच के आदेश दिए।
जांच में इन तीनों इंजीनियरों को जांच में दोषी पाया गया। दोषी पाएजाने पर एक इन्हें एक पद नीचे पदावनत (डिमोट) कर दिया गया है। इस मामले में शासन को लोक सेवा आयोग से भी संस्तुति मिल गई है। अपर मुख्य सचिव (लोनिवि) ओम प्रकाश के आदेश पर सोमवार को अनुसचिव (लोनिवि) प्रदीप मोहन नौटियाल ने तीनों इंजीनियरों पर कार्रवाई के शासनादेश जारी किए।
शासनादेश के मुताबिक, तत्कालीन एक्सईएन शैलेंद्र मिश्रा को एक पद नीचे सहायक अभियंता (सिविल) पद पर पदावनत किया गया है। इसी तरह तत्कालीन सहायक अभियंता (राष्ट्रीय राजमार्ग) जगदीश चंद्र कांडपाल को अपर सहायक अभियंता के पद पर और तत्कालीन अपर सहायक अभियंता को कनिष्ठ अभियंता के पद पर पदावनत करने के आदेश जारी किए गए हैं।