पौड़ीः पोखड़ा विकास खंड के उबोट गांव में 17 साल से बाद रामलीला का मंचन हुआ। सात दिवसीय इस रामयज्ञ में पूरे क्षेत्र के लोगों ने गजब का उत्साह दिखाया और श्रीराम के प्रति अपनी आस्था का परिचय दिया। सात दिन के कार्यक्रम में चैदह वर्ष वनवास के बाद जब मर्यादा पुरूषोत्तम अपनी अयोध्या लौटे तो पूरी किमगड़ी पट्टी में मानो खुशी का ठिकाना ना रहा। क्या गांव और क्या गलियारे, क्या चौक और क्या चौराहे सभी जगह जय श्रीराम और जगत जननी सीता और सुमित्रा नंदन के जयकारे गंूजते रहे।
जगह जगह पर ग्रामीणों ने शोभा यात्रा पर बरसाए फूल
उबोट के रामलीला मंच से शुरू हुई प्रभु राम की शोभा यात्रा कमेड़ी, पडियार गांव, धैड़गांव, पितोड़ा, असलोट, जमरोड़ी, वैलोड़ी, देवराड़ी देवी, मेलगांव, पोखड़ा, वीणामल्ली, वीधाधार, किमगड़ीगाड, सीढ़ियाखाल, लियाखाल, सिलेथ से होकर गुजरी। यहां लोगों ने प्रभुराम, लक्ष्मण, सीता, भरत शत्रुघ्न पर फूल बरसाए। कई जगहों पर ग्रामीण प्रभुराम समेत अन्य के पांव छूकर आशीष लेते रहे। रामलीला के संयोजक पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत व कमेटी के अध्यक्ष बलवीर सिंह रावत ने बताया कि डेढ दशक से अधिक समय बाद गांव में रामलीला का मंचन हुआ। यहां यह महज एक मंचन नहीं बल्कि आराध्य का पूजन करने जैसा है। युवा पीढ़ी से लेकर हर वर्ग ने इस मंचन में सहयोग किया। नई पीढ़ी इस शुरूआत के लिए साधुवाद की पात्र है।
कलाकारों के प्रभावशाली किरदार ने छोड़ी छाप
राम की भूमिका मनोज कुमार रावत ,लक्ष्मण के पात्र मनोज रावत, भरत के पात्र प्रदीप रावत शत्रुघ्न अमन रावत हनुमान के पात्र जसवीर सिंह दशरथ अर्जुन सिंह जनक बलवीर सिंह रावण के पात्र प्रवीण सिंह, सीता की भूमिका सचिन सिंह, कैकई हरीश, कौशल्या का किरदार रोहित ने निभाया। ग्राम समिति के अध्यक्ष गोविन्द सिंह रावत, कमेटी के कोषाध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत के अलाव धर्मपाल सिंह नेगी बलबीर सिंह रावत भोपाल सिंह रावत शिव सिंह आदि ने सभी सहयोगियों का आभार जताया। आयोजकों का कहना है कि प्रभु राम की कृपा पूरे उबोट गावं से लेकर क्षेत्र, प्रदेश में बनी रहे। गांव में कार्यक्रम की निरंतरता बनी रहेगी।