सिंगोरी न्यूजः सूबे में तीन अरब के घोटाले की बात सामने आ रही है। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डॉ. गणेश उपाध्याय ने धान खरीद में यह आरोप लगाया है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस की। ओर डिटेल और दस्तावेजों के साथ यह बात मीडिया के सामने रखी।
पूर्व राज्य मंत्री ने स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया कि विभाग का लक्ष्य 55 लाख क्विंटल था। और उसके बावजूद कमीशन एजेंट और राइस मिलरों से सरकारी दर पर धान की खरीद 90 लाख क्विंटल कर दी गई। कहा कि जब 55 लाख क्विंटल का लक्ष्य रखा था उसे नवंबर से फरवरी महीने तक पूरा होना था। समयावधि में खरीद हो नहीं पाई। अंत के डेढ़ महीने में 90 लाख क्विंटल धान की तौल हो गई। उन्होंने कागज बताए कि ई-पोर्टल पर जांच में यह मामला खुला है। कहा कि 12 दिन पहले डिप्टी आरएमओ वेद धूलिया ने 55 लाख के लक्ष्य को दर किनार कर एक करोड़ क्विंटल धान खरीद के सापेक्ष 98 लाख क्विंटल खरीद की जानकारी दी। आरोप लगाया कि राइस मिलर्स, कमीशन एजेंट, सरकार और विभाग की मिलीभगत से धान खरीद में करीब तीन अरब का घोटाला किया गया।
कहा कि सरकार पर धान खरीद का लगभग चार करोड़ तथा गन्ने का 4.72 अरब का भुगतान शेष है। धान खरीद मामले में अदालत में जनहित याचिका डालेंगे। ऐसे भी उन्होंने पत्रकारों से कहा।