महिला स्वयं सहायता समूहों की आत्मनिर्भरता पर जोर

निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखंड आलोक कुमार पांडेय ने कहा है कि 10 जिला सहकारी बैंक 100 नये महिला स्वयं सहायता समूह को बनाएंगे ।
बगैर ब्याज के ऋण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं।
यह बात उन्होंने कार्यालय में आहूत समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा सहकारी बैंकों व एमपैक्स द्वारा फंडिड स्वयं सहायता समूह कुछ अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा बैंकों के जीएम 100 नए महिला स्वयं सहायता समूह को बनाएं। उनसे 1000 महिलाएं जुड़ेंगी। उनके प्रोडक्ट बाजार में बिकने से वह आत्मनिर्भर बनेंगी। निबंधक श्री पांडेय ने सचिव एवं महाप्रबंधकों को निर्देश दिए कि वह ऋण वसूली के लिए विशेष रूप से अभियान चलाएं । जो खाते एनपीए हो गए हैं उन पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए।

बैठक में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री वीके बिष्ट ने कहा कि कोऑपरेटिव सेक्टर के अधीन हो रहे कार्यों को बढ़ाने के लिए नाबार्ड मदद के लिए तत्पर है। कॉपरेटिव बैंक और समितियां एफपीओ बनाने पर ध्यान दें कृषि , उद्यान से संबंधित एफ पी ओ के लिए नाबार्ड मदद करेगा। 1 जिले में दो एफपीओ बनाने अनिवार्य हैं नाबार्ड 21 लाख रुपए तक बनाने में मदद करेगा।
सहकारिता के लिए ट्रेनिंग भवन बनाने जिला सहकारी बैंकों की ब्रांच में नए कंप्यूटर सेट लगाने वित्तीय साक्षरता गोष्ठी में कोऑपरेटिव बैंकों का प्रचार प्रसार करने के लिए बैग बनाने व अच्छे संदेश बनाकर प्रचार-प्रसार करने पर चर्चा हुई । मीटिंग में अ पर निबंधक ईरा उप्रेती संयुक्त निबंधक श्री एम पी त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक राज्य सहकारी बैंक श्री नीरज बेलवाल, डीजीएम नाबार्ड श्री भूपेंद्र कुमावत, जीएम देहरादून श्री सीके कमल,
जीएम पौड़ी गढ़वाल श्री सूर्य प्रताप सिंह,
डीजीएम बंदना लखेड़ा सहित 10 जनपदों के सचिव एवं महाप्रबंधक व अन्य अधिकारी मौजूद थे।

About The Singori Times

View all posts by The Singori Times →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *