सिंगोरी न्यूजः आंकड़ा हैरान करने वाला है लेकिन सुरक्षा के लिए दूसरा विकल्प भी तो नहीं है। हाल में आए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के खौफ से अब तक 18 हजार से अधिक प्रवासी पहाड़ पहुंच चुके हैं। जबकि यह आंकड़ा लाॅकडाउन के बाद का ही है। पहाड़ में अपने गांवों केा लौटने वालों में से कोई विदेश जैसे जापान, कनाडा, स्पेन आदि जगहों से लौटे हैं। वहीं दिल्ली, मुबई, चंडीगड़ जैसे अपने देश के मैदान शहरों से तो हर दिन बड़ी तादाद में प्रवासी लोग अपने घरों को पहुंच रहे हैं। पहाड़ के कई लोग रास्तों में भी फंसे हुए हैं।
एक जानकारी टिहरी जनपद से आई है यहां विदेशों में कार्यरत 256 लोग अपने घर लौट आए हैं। पौड़ी जिले में 6897 प्रवासी अपने गांव पहुंचे हैं। रुद्रप्रयाग जिले में लगभग 1800 प्रवासी गांव आए हैं। उत्तरकाशी में 39 प्रवासी विदेश से लौटे हैं। अपने देश के शहरों से लौटने वाले प्रवासी लोगों की तादाद ढाई हजार से अधिक बताई जा रही है। चमोली जिले में 1200 से अधक ग्रामीण अपने गांव लौट आए हैं।
सूबे के सभी जनपदों में बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए पंचायत व राजस्व विभाग को मुस्तैद किया है। संशय की स्थितियों मंे क्वांटरीन किया जा रहा है। ताकि संक्रमण की स्थितियों केा रोका जा सके। उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें फिलहाल कुछ समय अलग रहना होगा। जो लोग बाहर से आने वालों को विरोध कर रहे हैं ऐसा नहीं होना चाहिए। एतिहात बरतिए। सब ठीक हो जायेगा। कई जगहों पर ऐसी भी सूचनाएं हैं कि ग्रामीण इन दिनों बाहर से आने वाले लोगों का विरोध कर रहे हैं। भय की स्थितियां पैदा हो रही हैं।
पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि इस तरह की स्थितियों पर प्रशासन की पूरी निगरानी रखी है। लाॅकडाउन की स्थ्यिातियों में किसी को काई दिक्कत ना हो इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। फोटो साभार