सिंगोरी न्यूजः अपराध की जड़ें कितनी भी गहरी क्यों ना हों कानून के हाथ उससे लंबे होते हैं। जनपद पौड़ी की पुलिस इस कहावत को आज फिर साबित कर दिया है। दिल्ली दंगों में मारे गए युवक दिलवर सिंह के परिजनों को लेकर किसे सहानुभूति ना रही होगी। दिल्ली सरकार से लेकर बाहरी प्रांत से भी इस पीड़ित परिवार की मदद के लिए हाथ आए। घर में पैसे की सूचना मिली तो अपराधी मानसिकता ने वहां जाल फेेंकना शुरू कर दिया। और पीड़ित के परिवार से सचिवालय में नौकरी लगाने के नाम पर पैसे ठग लिए। लेकिन पुलिस ने आज जो किया उसके लिए पुलिस यकीनन साधुवाद की पात्र है।
पुलिस के मुताबिक 23.06.2020 को देवेन्द्र सिंह पुत्र गोपाल सिंह निवासी ग्राम रोखड़ा, जनपद पौड़ी गढ़वाल ने थाना पैठाणी में रिपोर्ट लिखवाई कि फरवरी 2020 में उसके भाई दिलबर सिंह की दिल्ली दंगे में मृत्यु हो गयी थी। सरकार व अन्य संस्थाओं द्वारा हमारे परिवार की आर्थिक रूप से मदद की गयी। इसी बीच विरेन्द्र सिंह पुत्र सबल सिंह निवासी ग्राम सिराणा पो0ओ0 खेती जनपद चमोली’ द्वारा बताया कि मुझे राज्य सरकार ने भेजा है और में सचिवालय में नौकरी करता हूँ मैं आपकी भी सरकारी नौकरी लगा दूंगा। जिसके लिए पैसे की आवश्यकता पडेगी जिसके बाद उसके द्वारा हमसे दो चेक (एक साइन वाला, एक बिना साइन वाला) लिये गये और उसने मेरे खाते से रू 3,25,000 (तीन लाख पच्चीस हजार रूपये) निकाल दिये। कुछ समय तक वह आज आज कल कल करता रहा। बाद में उसने फोन उठाना भी बंद कर दिया। एसएसपी रेणुका ने मामले की गंभीरता समझते हुए पैठाणी थानाध्यक्ष प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। आज पुलिस ने आरोपी विरेन्द्र सिंह को उसके गांव खेत गधेरा, पो0ओ0 मयाली, तहसील आदिबद्री, जनपद चमोली से गिरफ्तार किया।
टीम का नेतृत्व कर रहे. थानाध्यक्ष प्रताप सिंह समेत उनकी टीम में शामिल रफत अली (प्रभारी सीआईयू) उ0नि0 लोहित कुल, हरेन्द्र सिंह, हरीश लाल, दिनेश बिष्ट, संजय कुमार शामिल रहे।