पाबौ, पैठाणी से अरूण पंत की रिपोर्ट
सिंगोरी न्यूजः मिजगांव, चैड़िख, कोटा, चोपड़ियूं, जवाड़ी, ढिकवाली, भटकोट, निसणी, बनास, खंडुली, सरणा, पैलार, पैठाणी, मिलाई, सैंजी, झगरबौ, कोटली, सिमल्थ, कठुड़, पिपली, बल्ब्यो, पल्लीगांव, डंुग्री, कलगडी, ओडागाड आदि, ये उन गावांे के नाम हैं जहां लोग पर्यावरण कहा महत्व और से बेहतर ढंग से समझते हैं। समलौंण संस्था की पहल पर आयोजित राठ महोत्सव ने अच्छे से इस बात की तस्दीक कर दी है। यहां लोग पर्यावरण के प्रति भी सजग हैं और अपनी परंपरा और संस्कृति को लेकर भी यहां गजब की संजीदगी है।
विकास खंड पाबौ के सभागार में आयोजित राठ महोत्सव में थड़ियां चैंफला प्रतियागिता समेत विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां हुई। पत्रकारिता समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले सम्मान से नवाजे गए। सबसे अहम यह रहा कि पहाड़ों में चकबंदी आंदोलन के प्रणेता गणेश सिंह की गरीब की यहां उपस्थिति रही। आयोजन की गरिमा में इस शख्सित की मौजूदगी ने तय है कि चार चांद लगाए होंगे। यहां उन्हें चकबंदी के प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। वहीं पैलार गांव की मातृशक्ति सतेश्वरी देवी, गडोली की कौश्ल्या देवी को संस्था की ओर से सम्मानित किया गया। पत्रकारिता के क्षेत्र में रिजनल रिपोर्टर की संपादिका गंगा असनोड़ा और हरीश जोशी को सम्मानित किया गया।
आकर्षण का केंद्र रहे थड़िया चैंफला प्रतियोगिता में पैलार ने पहला, बनास ने दूसरा तथा पिपली ने तीसरा स्थान पाया। कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख डा रजनी रावत के प्रतिनिधि के रूप में अमित रावत ने शिरकत की। विशिष्ठ अतिति मनवर सिंह रावत रहे। अतिथियों ने प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की, साथ ही संस्था के प्रयासों की भी सराहना की जिससे गांव के ग्रामीणों को एक मंच मिला है। ंसंस्था के अध्यक्ष मनोज रौथाण संस्थापक वीरेंद्र गोदियाल ने सभी का आभार जताया। अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी प्रवीन भट्ट ने की। मनोज रावत समेत कई लोगा मौजूद रहे।