सिंगोरी न्यूजः पहाड़ की पौराणिक व सांस्कृतिक धरोहर बूंखाल कालिंका का मेला इस वर्ष आयोजित नहीं होगा। बूखांल मेला समिति ने यह निर्णय लिया है। शनिवार को हुई समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। निर्णय हुआ कि मंगलवार व शनिवार को बूंखाल में पुलिस की तैनाती की जाए ताकि कोई पशुबलि ना करे।
समिति के अध्यक्ष गजे सिंह और सचिव विनोद गोदियाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए समिति ने इस वर्ष मेला आयोजित नहीं किए जाने का निर्णय लिया है। पदाधिकारियों कहा कहना है कि सोशल मीडिया पर पांच दिसंबर को मेले के आयोजन होने की बात कही जा रही है, जो कि पूरी तरह से झूठ है। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि हर मंगलवार व शनिवार को बूंखाल कालिंका माता मंदिर में पशु बलि की रोकथाम के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं। तहसीलदार थलीसैंण राजेंद्र प्रसाद ममगाईं, थानाध्यक्ष पैठाणी प्रताप सिंह, ग्राम प्रधान मलुंड रेखा देवी, सुनीता, हरेंद्र, मुख्य पुजारी सुरेंद्र प्रसाद गोदियाल, राकेश गोदियाल आदि की मौजूदगी में मेले को लेकर चर्चा की गई।