सिंगोरी न्यूजः सरकारी सिस्टम आम जन के जितना नजदीक रहेगा बेहतरी की संभावनाएं उतनी ही अधिक रहेंगीं। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के निर्देशों पर अब सिस्टम इस दिशा में है। अब अफसर भी जनता के बीच ही नहीं दिख रहे बल्कि ग्रामीण परिवेश से सीधे जुड़ रहे हैं। पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल स्वयं खेतों में जा रहे हैं वहीं चमोली जनपद के एसडीएम सुधीर कुमार ने पोखरी विकास खंड दूरस्थ गांव सिदेली जाकर वहां ग्रामीणों के साथ खेतों में जाकर फसल का जायजा लिया। और फसल के साथ ही उस गावं मेें जो अन्य बुनियादी दिक्कतें थी उस पर भी हाथों हाथ कार्रवाई की गई।
एसडीएम सुधीर कुमार ने धान के खेत में 30 वर्गमीटर का आयताकार प्लॉट बनाकर सीसी एग्री एप के माध्यम से नियमानुसार क्रॉप कटिग का प्रयोग कर धान की पैदावार का आकलन किया। निर्धारित आकार के प्लॉट में धान की उपज 12 किग्रा का उत्पादन पाया गया। यहां एसडीएम ने कहा कि क्रॅाप कटिग प्रयोगों के आधार पर ही फसलों की औसत उपज और उत्पादन का डाटा हासिल किया जाता है। क्रॉप कटिग का प्रयोग खेत में 30 वर्गमीटर प्लाट बनाकर उसमें उत्पादित फसल के बीज के लिए किया गया है। जिसे 15 दिनों तक सूखने के लिए रखा जाता है। इसके पश्चात धान की फसल के दानों को तौल लेकर उत्पादन की गणना की जाती है। इस दौरान उन्होंने लोगों की पानी, सड़क, स्वच्छता, विकलांग विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, खाद्य आपूर्ति, पीएम आवास से संबंधित तमाम समस्याएं सुनी।
जाहिर तौर पर सिदेली जैसे दूरस्थ क्षेत्र में जहां पटवारी तक के दर्शन कभी नहीं होते थे। वहां एसडीएम स्वयं ही लोगों के बीच खेतों में पहुंच गए तो वहां लोगों का अचरज में आना स्वाभाविक था। यहां ग्रामीणों का कहना कि खेती किसानी करते हुए जिंदगी बीत गई लेकिन साहब लोगों को पहली बार खेतों में इस तरह से हर चीज समझाते हुए पहली बार देखा। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन का यह रवैया अब ग्रामीण जनता की विकट राहों को आसान करने में कारगर होगी।