सिंगोरी न्यूजः कोरोना काल में जहां मीडिया से जुड़े बंधुवर खुद को जन हितैषी, अधिक जानकारियों से युक्त और अपनी विद्वता व प्रखरता साबित करने में जुटे हैं। तो वहीं पत्रकार विरादरी के कुछ लोग ऐसे भी हैं जो वास्तव में जन सरोकारों से वास्ता रखते हैं। उनकी पीड़ा को स्वयं पर महसूस करते हैं, और आम जन से खुद को जोड़कर चलते हैं। पौड़ी की ऐसी ही एक शख्सियत हैं पत्रकार गणेश नेगी। दिखावे की मानसिकता से हमेशा दूर रहने वाले पत्रकार गणेश नेगी की दरियादिली, कमजोर वर्ग की मदद का जज्बा और स्वभाव की सरलता क्षेत्र में कई मौकों पर पहले भी देखी जाती रही है। लेकिन कोरोना संकट में उनकी पहल सराहनीय होने के साथ ही अनुकरणीय भी है।
कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण रोकने के लिए उनके गांव डुंगरी में प्रवासियों के लिए क्वारंटीन संेटर तो बना है लेकिन वहां पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा तक नहीं। प्रवासियों के भोजन पानी के इंतजामों के लिए जिस राशि का दावा सरकारें कर रही हैं वह वहां की पंचायत तक तो पहुंची नहीं है। कुल मिलाकर पंचायत प्रधान भी इस स्थिति में नहीं है कि वहां रहने वाले किसी प्रवासी की कुछ भी मदद कर सके। इन हालातों में पत्रकार गणेश नेगी ने इसकी जिम्मेदारी ली है। वहां के नवयुवकों के दल ने यह जानकारी शेयर की है। वर्तमान में वहां सात लोग क्वारंटीन हुए हैं।
नवयुवक मंगल दल ने इस व्यवस्था के लिए उनका आभार जताया है। कहा है कि अपने बड़े भाई श्री गणेश सिंह नेगी जी का नवयुवक मंगल दल की ओर से और अपनी ग्राम सभा की ओर से बहुत.बहुत आभारी हैं कि आपने इस परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुए इस दुविधा में भी अपना पूरा योगदान दिया। जोकि आप पहले से ही ग्राम सभा में अपना योगदान देते आ रहे हैं। यह लिखा है डुंगरी के जागरूक युवाओं के दल ने। सच में सच्चे मायनों में जन सरोकारों की पत्रकारिता सामाजिकता व संवेदनाओं के किन मूल्यों पर की जाती है मीडिया के बांधवों को गणेश नेगी जैसी नेक व दरियादिल शख्सियतों से सीखना चाहिए।