सिंगोरी न्यूजः जिला सहकारी बैंक की 86वीं वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक कोटद्वार में संपंन हुई। इसमें बैंक के पदाधिकारियों समेत जन प्रतिनिधियों ने भी प्रतिभाग किया। यहां बैंक की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया गया साथ ही बैंक की विभिन्न योजनाओं को जन-जन तक कैसे पहुंचाया जाय इस पर गहन चर्चा हुई।
जिला सहकारी बैंक की इस बैठक को एजीएम भी कहा जाता है। बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत के साथ ही लैंसडौन विधायक दिलीप रावत, विधायक पौड़ी मुकेश कोली ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौका अच्छा था और बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत ने संबोधन में सबसे पहले बैंक के निदेशक मंडल, पदाधिकारियों, सदस्यों और प्रबंधक वर्ग के स्वागत की औपचारिकता पूरी की। यहां उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक प्रदेश के आर्थिक विकास की वह धुरी है जिस पर यदि गंभीरता से काम किया जाए बेहतर से बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। विकास की गति को कई गुना अधिक रफतार दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी को पूरी गंभीरता के साथ काम करना होगा। ताकि हम विकास की अवधारणा को साथ लेकर बैंक के वास्तविक लक्ष्यों को हासिल कर सकें।
विधायक दिलीप रावत ने कहा कि सरकार सहकारिता के माध्यम से गांव में किसानों की आजीविका को मजबूत करने का कार्य कर रही है। उन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में बैंक की आवश्यकता के लिए हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। वहीं, विधायक मुकेश कोली ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से जीवन को खुशहाल बनाना ही सरकार का उद्देश्य है।इस अवसर पर जिला सहायक निबंधक एमएल टम्टा, बैंक के महाप्रबंधक मनोज कुमार, मातबर सिंह रावत, उमेश त्रिपाठी, रेनू बिष्ट, नीरज पांथरी, सुमन कोटनाला, अर्जुन बिष्ट, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, वंदना लखेड़ा, रंजना रावत, दिग्विजय सिंह, प्रवीन कुमार, राजगौरव नौटियाल समेत कई लोग मौजूद रहे।