सिंगोरी न्यूजः विकास खंड थलीसैण ब्लाक प्रमुख मंजू रावत की अध्यक्षता में हुई क्षेत्र पंचायत की पहली बैठक में एतिहासिक यह रहा कि सदन में जनपद की प्रथम महिला अध्यक्ष जिला पंचायत शांति देवी और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र रावत की उपस्थिति भी गरिमामय रही। लेकिन हैरत देखिए, साथ ही क्षेत्र के 80 ग्राम प्रधान, 28 क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा पांच जिला पंचायत सदस्यों की उपस्थिति के बाद भी कई विभागीय अधिकारियों ने इस बैठक में उपस्थिति दर्ज कराना मुनासिब नहीं समझा।
अपने आप में हाईप्रोफाइल हुई इस बैठक में अधिकारियों की गैरहाजिरी पर रोष होना स्वाभाविक था।
बहरहाल ब्लाक प्रमुख मंजू रावत की मौजूदगी मे ंगैरहाजिर अधिकारियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव हुआ, और बाकायदा कारण बताओ नोटिस जारी हुए। सदन ने बड़ी सख्ती से कहा कि सदन की अनदेखी करने वाले अधिकारियों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो सख्त कार्रवाई होगी। प्रमुख मंजू रावत ने कहा कि सदन में जो भी समस्याएं उठ रही हैं अधिकारी उस पर ध्यान दें और प्राथमिकता के साथ उसे पूरा करें। जिला पंचायत सदस्य टीला गणेश नेगी ने जीआईसी खंडमल्ला के बारे में बताया कि यहां 197 बच्चें अध्ययनरत हैं। पढ़ाई के उपयोग में सिर्फ दो कक्ष हैं। बाकी की स्थिति जर्जर है। उन्होंने मोल्खाखाल-टीला मोटर मार्ग पर डामरीकरण, जीआईसी हिंवालीधार में पेयजल व्यवस्था, स्योली तल्ली में पेयजल लाइन दुरुस्त किए जाने व स्योली मल्ली मोटर मार्ग के निर्माण की मांग उठाई।
क्षेपं सदस्य बसोला कैलाश चंद्र ढौंडियाल ने सदन को अवगत कराया कि क्षेत्र में पीएमजीएसवाई व लोनिवि बैजरों द्वारा मोटर मार्ग निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। सहकारी बैंक अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत ने सहकारिता के क्षेत्र में हो रही प्रगति और योजनाओं के बारे में बतायाा। कहा कि सहकारिता में स्वरोजगार की कई संभावनाएं हैं। जितना संभव हो सके लोगों को इसका लाभ उठाकर अपनी आर्थिकी सुदृढ़ करनी चाहिए। यही असल में विकास का मूल मंत्र है। कनिष्क प्रमुख अर्जुन सिंह, अमर सिंह समेत क्षेत्र के दर्जनों पंचायत प्रतिनिधियों के भरे पूरे सदन का संचालन बीडीओ सुरेंद्र सिंह नेगी ने किया।