सिंगोरी न्यूज पौड़ीः मकर संक्रांति के खास अवसर पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान का आह्वान किया तो प्रदेश भर के राम भक्तों ने भी कमर कस ली है। रामयज्ञ के इस अभियान में सहयोग को लेकर लोग खासे गदगद हैं और उत्साहित भी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के गृह जनपद मुख्यालय पौड़ी में राम भक्तों ने इस अभियान की पूजा अर्चना के साथ विधिवत शुरूआत की। तो उनके गृह नगर सतपुली में बाकायदा श्री राम की भव्य शोभा यात्रा झांकी निकाल कर अभियान का आगाज हुआ।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राम मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग के लिए भक्तों से यथा संभव आर्थिक सहयोग का निवेदन किया। इसके लिए मुख्यमंत्री ने आज गुरूवार को बाकायदा फेसबुक पर लाइव आकर अपना संदेश दिया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण किया जा रहा है। देश और दुनिया में जहां भी हमारे प्रभु श्रीराम के भक्त हैं, वे अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ आर्थिक सहयोग अवश्य करें। उन्होंने कहा कि जिस तरह एक गिलहरी तक ने रामसेतु के निर्माण में अपना योगदान दिया था, ठीक उसी श्रद्धा भाव से अपना सहयोग करें।
पीएम मोदी के मार्गदशन में आए संदेश के अनुपालन में पौड़ी के सतपुली बाजार (जो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का गृह क्षेत्र है) में राम मंदिर निर्माण निधि अभियान के लिए बाकायदा शोभायात्रा निकाली गई। इसमें मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम, सुमित्रा नंदन लक्ष्मण, जगद्जननी सीता माता, बजरंग बली हनुमान की शोभायात्रा जय श्रीराम के जयकारों के साथ निकली। कार्यक्रम में संघ के जिला प्रचारक पारस मीडिया प्रमुख आशीष रावत, अंकित नेगी, आशुतोष संघ के पूर्व प्रचारक पुष्पेंद्र राणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह रावत, मंडल महामंत्री अशोक, कोठी नगर पंचायत अध्यक्ष अंजना वर्मा वेद प्रकाश, कुसुम खंतवाल इंदु जैन समेत कई लोग शामिल रहे। श्रीराम की झांकी आकर्षण का केेंद्र रही।
वहीं पौड़ी में सामाजिक कार्यकर्ता कुसुम चमोली, उषा पांडे, बिंदेश्वरी, मनमोहन, प्रवीन भटट आदि ने इस अभियान से हर राम भक्त को जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। आज उन्होंने रसीद बुक ली और निकल पड़े हैं पूरी श्रद्धा और मनोयोग के साथ। ये सभी लोग रामभक्त होने के साथ ही क्षेत्र में सामाजिक सरोकारों से जुड़े हैं। अभियान का शानदार आगाज करने वाले इन सभी रामभक्तों का कहना है कि राममंदिर निर्माण में हर किसी को अपनी क्षमता के अनुरूप आर्थिक सहयोग जो अवसर मिला है वह हर रामभक्त के लिए सौभाग्य की बात है। यह परंपरा पूरे समाज को जोड़ने वाली है। इससे आर्थिक सहयोग तो हासिल होगा ही लोग भावनात्मक रूप से भी इस सेवा से जुड़ेंगे।